Story Category: कहानी- अंतिम भविष्यवाणी (Story Series- Antim Bhavishyavani )
‘‘कपूर साहब, बहुत गम्भीर बात है, आपका देहांत अट्ठाइस मई को पांच बज कर दस मिनट पर एक दुर्घटना से हो जाएगा. कोई वसीयत वगैरह करवानी हो तो करवा ले फिर ना…’’
‘‘ओ हितैषी के बच्चे, तू है कौन! छुपके वार करता है. मरद है तो सामने आ.’’ कपूर चीख पड़ा.