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रखें सेक्सुअल हाइजीन का ख़्याल (Take care of your Sexual Hygiene)

अक्सर हमारे देश में अपने प्राइवेट पार्ट की हेल्थ और हाइजीन की ज़रूरत का महत्व लोग नहीं समझते. शायद इस तरफ़ उनका ध्यान ही नहीं जाता, क्योंकि ये बातें बचपन से घर पर भी नहीं सिखाई जातीं. लेकिन अब व़क्त बदल रहा है, ऐसे में सेक्सुअल हाइजीन (Sexual Hygiene) के महत्व को समझना बेहद ज़रूरी है. साफ़-सफ़ाई का महत्व हमें बचपन से ही सिखाया जाता है. स्कूल हो या घर, सफ़ाई के बारे में बेसिक हाइजीन की बातें भी हमें सिखाई जाती हैं, लेकिन आज भी हमारे देश में बहुत कम ही पाया गया है कि सेक्सुअल हाइजीन के बारे में भी उतनी ही गंभीरता से बताया जाता हो. हालांकि सेक्सुअल हाइजीन भी उतनी ही ज़रूरी है, जितनी बाक़ी तरह की साफ़-सफ़ाई, क्योंकि सेक्सुअल हाइजीन (Sexual Hygiene) को इग्नोर करने से कई तरह के गंभीर इंफेक्शन्स और सेक्सुअल प्रॉब्लम्स तक हो सकती हैं. सेक्सुअल हाइजीन न रहने पर आपके पार्टनर की भी आप में दिलचस्पी कम हो सकती है और आपकी सेक्स लाइफ प्रभावित हो सकती है. न स़िर्फ हेल्दी सेक्स लाइफ के लिए, बल्कि हेल्दी रहने के लिए भी सेक्सुअल हाइजीन का ख़्याल रखें. - हमेशा क्लीन और ड्राय अंडरगार्मेंट्स पहनें. - वर्कआउट या जॉगिंग के बाद पसीने से अंडरगार्मेंट्स भी भीग जाते हैं, जिससे उनमें बैक्टीरिया पनपने का ख़तरा बढ़ जाता है. बेहतर होगा उन्हें बदल दें. - अंडरगार्मेंट्स की शॉपिंग नियमित रूप से हर 3 महीने के अंतराल पर करते रहें, ताकि पुराना स्टॉक हटाकर आप नए यूज़ कर सकें. - स्त्री हो या पुरुष, दोनों को ही बहुत ज़्यादा टाइट अंडरवेयर नहीं पहनने चाहिए. - इसी तरह से सिंथेटिक की बजाय कॉटन के अंडरवेयर बेहतर होते हैं. - नहाते समय पुरुष अपने प्राइवेट पार्ट को गुनगुने पानी से क्लीन करें. ऐसा न करने पर वहां डेड स्किन जमा हो जाती है, जो अपने आपमें तो हानिकारक नहीं होती, लेकिन उसकी वजह से इंफेक्शन्स, जलन व खुजली जैसी समस्या हो सकती है.  - महिलाओं को भी प्राइवेट पार्ट की सफ़ाई पर बहुत ध्यान देना चाहिए. वेजाइना को गुनगुने पानी से क्लीन करें. ख़ासतौर से पीरियड्स क समय तो और भी सतर्क रहना चाहिए. - नियमित रूप से पैड्स या टैंपून्स चेंज करें. - वेजाइनल क्लीनिंग के समय भी ध्यान रखें कि बहुत ही माइल्ड तरी़के से क्लीन करें. पानी की तेज़ धार से पीएच बैलेंस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और वेजाइनल इंफेक्शन्स का ख़तरा भी कई गुना बढ़ जाता है. - वेजाइनल पीएच बैलेंस को प्रोटेक्ट करना बहुत ज़रूरी है. यदि सही पीएच बैलेंस बना रहे, तो वो हेल्दी बैक्टीरिया की ग्रोथ को बढ़ाता है. इस वजह से बेहद ज़रूरी है कि वेजाइनल पीएच बैलेंस को प्रोटेक्ट किया जाए. - पब्लिक टॉयलेट के इस्तेमाल के समय सतर्क रहें, क्योंकि अक्सर कई तरह के इंफेक्शन्स हमें यहीं से मिलते हैं. - यदि किसी तरह का कोई इंफेक्शन हो जाए, तो समय पर सही इलाज व सही केयर करें, ताकि वह बढ़े नहीं और भविष्य में इंफेक्शन न हो. हर हाल में सतर्कता बरतें. सेक्सुअल हेल्थ भी है ज़रूरी - हाइजीन के साथ-साथ सेक्सुअल हेल्थ का भी ध्यान रखें. इसके लिए सही-संतुलित डायट बेहद ज़रूरी है, क्योंकि डायट भी आपको इंफेक्शन्स से बचा सकती है. दही और क्रैनबेरी जूस आपका यीस्ट इंफेक्शन से बचाव करते हैं. - यदि आप वेजाइनल ड्रायनेस महसूस कर रही हैं, तो सोया प्रोडक्ट्स का अधिक इस्तेमाल करें, क्योंकि इनमें एस्ट्रोजन का एक प्रकार पाया जाता है, जो नेचुरल लूब्रिकेशन को बढ़ाता है. - स़िर्फ डायट ही नहीं, सही एक्सरसाइज़ भी सेक्सुअल हेल्थ के लिए ज़रूरी है. - पेल्विक एक्सरसाइज़ व कई तरह के योग से आप अपनी सेक्सुअल हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं. क्यों झिझकती हैं महिलाएं? एक सर्वे में पाया गया है कि भारत में महिलाएं सेक्सुअल हाइजीन(Sexual Hygiene) पर बात तक नहीं करतीं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि आज भी बहुत बड़ी संख्या में भारतीय महिलाएं वेजाइनल हेल्थ व हाइजीन के महत्व को न तो समझती हैं और न ही इस पर खुलकर बात करती हैं. यही वजह है कि वो वेजाइनल प्रॉब्लम्स से दो-चार होती हैं. जागरूकता की कमी और हमारा सामाजिक ढांचा भी इसकी बड़ी वजह है. यहां पर इन अंगों पर बात तक करने से लोग हिचकते हैं. यहां तक कि अपने डॉक्टर्स से भी इस पर बात करने से कतराते हैं. सतर्कता व जागरूकता की कमी के चलते ही आज भी पढ़ी-लिखी महिलाएं तक भी वेजाइनल हेल्थ व हाइजीन को अनदेखा करती हैं और कई गंभीर यौन रोग व इंफेक्शन का शिकार आसानी से हो जाती हैं. शहरों में रहनेवाली 90% शादीशुदा महिलाएं इंटिमेट हाइजीन मेंटेन नहीं रखतीं- सर्वे भारत में पहली बार इस विषय पर कोई सर्वे हुआ और उसमें चौंकानेवाले नतीजे सामने आए. लगभग 93% शादीशुदा शहरी महिलाएं सेक्सुअल हाइजीन(Sexual Hygiene) का ख़्याल नहीं रखतीं. मुंबई, दिल्ली और बैंगलुरू जैसे बड़े शहरों में हुए इस सर्वे के मुताबिक 45% महिलाएं सामान्य वेजाइनल समस्याओं से ग्रसित हैं, लेकिन वे इसे चुपचाप सहती हैं. 50% महिलाएं तो अपने पैरेंट्स तक से इस विषय में कुछ नहीं शेयर करतीं. भारत में बड़ी संख्या में महिलाएं वेजाइनल समस्याओं का शिकार स़िर्फ इसलिए होती हैं, क्योंकि वो इंटिमेट हाइजीन को इतना महत्वपूर्ण ही नहीं समझतीं. डॉक्टर्स व एक्सपर्ट्स कहते हैं कि दरअसल महिलाओं को इस बात का एहसास ही नहीं कि सेक्सुअल हाइजीन का सीधा-सीधा संबंध सेक्सुअल इंफेक्शन्स से होता है. यह सर्वे 25-35 साल की उम्र के बीच की महिलाओं पर किया गया, जिसका उद्देश्य था महिलाओं की वेजाइनल समस्याओं को जानना, वेजाइनल हाइजीन के प्रति महिलाओं की सोच व समझ को जानना और किस तरह से ये समस्याएं उनकी क्वालिटी ऑफ लाइफ को प्रभावित कर रही हैं, इसका पता लगाना. शोध का नतीजा - लगभग 25% महिलाएं महीने में कम से कम एक बार असामान्य वेजाइनल डिसचार्ज से पीड़ित होती हैं. - औसतन हर पांचवीं महिला महीने में एक बार वेजाइनल ड्रायनेस और यूरिन के व़क्त जलन महसूस करती है. - 10 में से 4 महिलाएं कभी न कभी वेजिनाइटिस (वेजाइना में जलन व सूजन) से ग्रसित ज़रूर हुई हैं. - 10 में से 4 महिलाएं ही ये मानती हैं कि अगर उन्हें कभी वेजाइनल समस्या हो जाए, तो उन्हें ज़रूर इस तरफ़ ध्यान देने की ज़रूरत है. ध्यान रहे कि ये आंकड़े शहरी शादीशुदा महिलाओं के हैं और इन सबकी समस्या की मुख्य वजह हाइजीन को इग्नोर करना ही है.   आपका रिश्ता हो सकता है प्रभावित जी हां, सेक्सुअल हाइजीन(Sexual Hygiene) व हेल्थ को नज़रअंदाज़ करने पर आपके रिश्ते व सेक्स लाइफ पर बुरा असर हो सकता है. आमतौर पर इस बारे में पार्टनर कुछ भी कहने से झिझकते हैं और फिर वो सेक्स को टालने लगते हैं. धीरे-धीरे आप में उनकी दिलचस्पी भी कम होने लगती है और रिश्तों में दरार आ सकती है. - यही नहीं, हो सकता है आपकी नासमझी आपको और आपके पार्टनर को कोई गंभीर इंफेक्शन या सेक्स डिसीज़ दे दे, जो बेहद ख़तरनाक हो सकती है. - दोनों पार्टनर सेक्स से पहले व बाद में भी हाथों और नाख़ूनों को अच्छी तरह क्लीन कर लें, ताकि प्राइवेट पार्ट में किसी भी तरह के बैक्टीरिया या जर्म्स न पहुंच पाएं.  - नियमित रूप से बालों को भी शेव करें, ताकि सफ़ाई रखने में आसानी हो. - बेहतर होगा सतर्क हो जाएं और सेक्सुअल हाइजीन के महत्व को समझकर इसे अपने जीवन में अपनाएं. इससे आपकी लाइफ और भी हेल्दी व हैप्पी बनेगी. रेग्युलर चेकअप करवाएं भारत में अभी भी यह कल्चर डेवलप नहीं हुआ. यही वजह है कि सेक्सुअल इंफेक्शन(Sexual Hygiene) और यहां तक कि कैंसर तक भी सतर्कता की कमी के चलते हो रहे हैं. नियमित चेकअप से आप इन सबसे बच सकते हैं, क्योंकि वेजाइनल सेल्स में बदलाव से कैंसर की मौजूदगी का पता लगाया जा सकता है और समय पर इलाज शुरू हो सकता है.

- कमलेश शर्मा

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