बदलती जीवनशैली और खानपान की ग़लत आदतों का बुरा प्रभाव सीधा हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है, जिसके कारण माइग्रेन, थायरॉइड, डायबिटीज़ आदि बीमारियां हमारे शरीर को जकड़ लेती हैं. लेकिन योग और कुछ घरेलू इलाज से इनसे राहत पाई जा सकती है.
कारण: मांसपेशियों में खिंचाव, उठने-बैठने का ग़लत तरीक़ा, प्रेग्नेंसी के बाद और बहुत अधिक शारीरिक श्रम करने से.
– ज़मीन पर पीठ के बल लेट जाएं. दोनों हथेलियों को ज़मीन पर रखें.
– दोनों पैरों की एड़ियों व पंजों को मिलाकर रखें.
– दोनों पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की तरफ़ उठाते हुए 90 डिग्री का कोण बनाते हुए सिर के पीछे की तरफ़ ले जाएं और पैरों को बिल्कुल सीधा रखें.
– हाथों को ज़मीन पर सटाकर रखें और घुटनों को माथे पर सीधा रखें, मोड़ें नहीं.
– 1-2 मिनट तक इसी स्थिति में रहते हुए सांस लें और छोड़ें.
– धीरे-धीेरे पूर्व स्थिति में आ जाएं. पूर्व स्थिति में आते समय घुटनों को सीधे रखें.
अन्य आसन भी हैं फ़ायदेमंद: त्रिकोणासन, पश्चिमोत्तासन, सुप्त वक्रासन, सेतु बंधासन, भुजंगासन.
– हर्बल ऑयल (कोकोनट ऑयल/आल्मंड ऑयल/नीलगिरी ऑयल/ऑलिव ऑयल) को गुनगुना करके पीठ पर मसाज करें.
– सरसों या नारियल के तेल को गरम करके 8-10 लहसुन की कलियां डालकर पका लें. ठंडा करके तेल को छानकर पीठ पर लगाएं.
– क्रश्ड आइस को प्लास्टिक बैग में भर लें. तौलिए में लपेटकर पीठ पर 10-15 मिनट तक सेंक लें.
– 100-100 ग्राम खसखस और मिश्री को पीस लें. दिन में 2 बार गुनगुने दूध के साथ 2 टीस्पून लेने से दर्द में राहत मिलेगी.
कारण: मौसम में बदलाव, ग़लत खान-पान और जीवनशैली, विपरीत तापमान में अधिक समय तक रहना और वायरस.
– पीठ के बल लेट जाएं.
– दोनों हाथों को ज़मीन पर रखें.
– सांस लेते हुए पैरों को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं. पैरों को ऊपर उठाते हुए हाथों से कमर को सपोर्ट दें.
– पैरों को 90 डिग्री या 120 डिग्री पर ले जाकर हाथों को उठाकर कमर के पीछे लगाएं.
– कोहनियां ज़मीन पर टिकी हों. पैरों को मिलाकर सीधा करें. थोड़ी देर रुकें. फिर पूर्व अवस्था में आ जाएं.
– आंखों को बंद करके दोनों भौंहों के बीच 1-3 मिनट तक ध्यान केंद्रित करें.
अन्य आसन भी हैं फ़ायदेमंद: मकरासन, शवासन, धनुरासन.
– 2 टीस्पून पान के पत्ते के रस में 1 टीस्पून शहद मिलाकर दिन में 2 बार खाने के बाद लें.
– 4 कप पानी में 1 टेबलस्पून हल्दी पाउडर और 3-4 तुलसी के पत्ते मिलाकर 10 मिनट तक उबाल लें. छानकर 1 टीस्पून शहद और स्वादानुसार नींबू का रस मिलाकर पीएं.
– 5-6 साबूत कालीमिर्च, आधा टीस्पून जीरा, थोड़े-से गुड़ को 1 कप पानी में मिलाकर 1/4 रह जाने तक उबाल लें. छानकर व ठंडा करके पीएं.
– 3-4 तुलसी की पत्तियों को क्रश करके आधा-आधा टीस्पून अदरक का रस और शहद मिलाकर खाएं.
– देसी घी में 3-4 लहसुन की कलियां भूनकर खाएं. यह खाने में थोड़ा-सा कसैला, लेकिन बहुत फ़ायदेमंद होता है.
कारण: नींद की कमी, तनाव, शरीर में पोषक तत्वों की कमी, अल्कोहल का अधिक मात्रा में सेवन, एलर्जिक रिएक्शन.
– सुखासन में बैठ जाएं. कमर बिल्कुल सीधी रखें.
– अनामिका और कनिष्का से बाईं नाक को बंद करें. दाईं नाक से सांस लें. अब अंगूठे से दाईं नाक बंद करें.
– बाईं नाक से सांस निकाल लें. कुछ क्षण रुकें.
– दाईं नाक से सांस निकाल दें. कुछ क्षण रुकें. दोबारा दाईं नाक से सांस लें.
– सांस को बिना आवाज़ के धीरे-धीरे अंदर लें और बाहर छोड़ें. इस प्रक्रिया को 10 मिनट तक दोहराएं.
अन्य आसन भी हैं फ़ायदेमंद: भुजंगासन, ब्रह्म मुद्रा और महासिर मुद्रा.
क्विक टिप्स:
– आधा ग्लास गाजर के जूस में आधा ग्लास पालक का जूस मिलाकर पीएं.
– पत्तागोभी की पत्तियों को क्रश करके माथे पर 20-25 मिनट तक लगाकर रखें.
– 3-4 नींबू के सूखे छिलकों को पीसकर पाउडर बना लें. थोड़ा-सा पानी मिलाकर माथे पर लगाएं.
– 2 टेबलस्पून गुनगुने तिल के तेल में आधा-आधा टीस्पून दालचीनी पाउडर और इलायची पाउडर मिलाकर माथे पर हल्के-से मालिश करें. 3-4 घंटे बाद धो लें.
– 1 ग्लास पानी में 1-1 टेबलस्पून एप्पल साइडर विनेगर और शहद मिलाकर रोज़ाना पीएं.
– 4-5 ब़र्फ के टुकड़ों को तौलिए में रखकर पोटली बना लें. इससे माथा, कनपटी और गर्दन के पीछे सेंकें.
कारण: ग़लत जीवनशैली, खान-पान में गड़बड़ी, तनाव, वंशानुगत, मोटापा और बढ़ती उम्र.
– ज़मीन पर सीधे लेट जाएं. सिर और कंधों को ऊपर उठाएं.
– फिर पैरों को भी सीधा उठाएं. हाथ, पैर और सिर समान्तर रहें.
– कुछ क्षण इसी स्थिति में रहें. धीरे-धीरे पूर्वावस्था में आ जाएं. इस प्रक्रिया को 3-4 बार दोहराएं.
अन्य आसन भी हैं फ़ायदेमंद: हलासन, बालासन, शवासन, अनुलोम-विलोम-प्राणायाम, मांडुक्य आसन, अर्धमत्स्येंद्रासन.
– रोज़ाना सुबह खाली पेट आधा कप करेले का जूस पीएं.
– नियमित रूप से गुनगुने दूध के साथ 2 टेबलस्पून मेथी पाउडर लें.
– 1 कप करेले के जूस में 1 टेबलस्पून आंवले का रस मिलाकर 1 महीने तक लगातार पीएं.
– 10-15 आम की नरम पत्तियों को 1 ग्लास पानी में रातभर भिगोकर रखें. रोज़ाना सुबह छानकर पानी पी लें.
– आम की पत्तियों को सुखाकर मिक्सर में पीस लें. आधा टीस्पून पाउडर को दिन में 2 बार लें.
कारण: ग़लत जीवनशैली, तनाव, मोटापा, अवसाद, ब्लड प्रेशर आदि.
– वज्रासन में बैठ जाएं. धीरे-धीरे आगे की तऱफ़ झुकें और सिर को ज़मीन से स्पर्श करें.
– हाथों को पीछे की तरफ़ ले जाएं. धीरे-धीरे शरीर को ढीला छोड़ते जाएं.
– 2-3 मिनट तक इसी अवस्था में रहें.
अन्य आसन भी हैं फ़ायदेमंद: सर्वांगासन, मकरासन, सिंहासन, हलासन, शवासन, पश्चिमोत्तासन.
– 2 टेबलस्पून साबूत धनिया को 1 ग्लास पानी में रातभर भिगाकर रखें. सुबह इस पानी को आधा रह जाने तक उबालकर पी लें. शाम को इसी प्रक्रिया को दोहराएं.
– 2 कप पानी में अदरक, पुदीना, दालचीनी, इलायची, नींबू का रस और शहद मिलाकर 2-3 मिनट तक उबाल लें. थोड़ी-सी ग्रीन टी मिलाकर आधा रह जाने तक उबाल लें. छानकर पीएं.
– डेढ़ कप पानी में 2-3 टुकड़े अदरक डालकर आधा रह जाने तक उबाल लें. छानकर 3-4 बूंदें नींबू का रस और आधा टीस्पून शहद मिलाकर पीएं.
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