यदि हम अपने आप से पूछें कि हमारे लिए ख़ुशी की क्या परिभाषा है, हमें किस बात से ख़ुशी मिलती है, क्या हम वाकई ख़ुश हैं? तो शायद हम अपने ही सवालों का जवाब नहीं दे पाएंगे. ऐसा नहीं है कि हमें जवाब पता नहीं, लेकिन हम उसे स्वीकारना नहीं चाहते, क्योंकि हम अपने लिए कम और दूसरों के लिए ज़्यादा जीते हैं. हम ख़ुद से ज़्यादा लोगों की परवाह करने में लगे रहते हैं. हमें क्या पसंद है, हम क्या चाहते हैं, इससे ज़्यादा हमें इस बात की परवाह रहती है कि लोग क्या कहेंगे? आइए, हम आपको बताते हैं ख़ुशहाल ज़िंदगी जीने के 5 आसान तरीके.
क्या आप वाकई खुश हैं?
क्या आपने कभी ख़ुद से ये सवाल किया है कि आप अपनी ख़ुशी के नाम पर जो भी करते हैं, क्या उसमें वाकई आपकी ख़ुशी होती है? चाहे त्योहार हो या शादी-ब्याह ऐसे ख़ास मौक़ों पर अपने लिए कुछ ख़रीदते समय भी हम ये सोचते रहते हैं कि ये चीज़ लोगों को पसंद आएगी या नहीं. आप अपनी ख़ुशी के बारे में कम और दूसरों की ख़ुशी के बारे में ज़्यादा सोचते रहते हैं. कई बार दूसरों पर अपना इंप्रेशन जमाने के लिए हम अपने बजट से ज़्यादा ख़र्च तो कर देते हैं, लेकिन बाद में उसकी भरपाई करना हमें मुश्किल लगने लगता है. दूसरों के बारे में सोच-सोचकर हम अपने सुंदर-सरल जीवन को इतना जटिल बना देते हैं कि कई बार हम अपनी पहचान ही खो देते हैं. हम ये भूल जाते हैं कि हमें किस चीज़ से ख़ुशी मिलती है.
ख़ुशहाल ज़िंदगी जीने के 5 आसान तरीके
1) सुबह उठते ही सबसे पहले मुस्कुराएं और कहें कि मैं अपना/अपनी फेवरिट हूं. फिल्म जब वी मेट में करीना कपूर का यह डायलॉग सच में इतना पावरफुल है कि ये आपको ख़ुशी और एनर्जी से भर देता है. यकीन मानिए, जो लोग ख़ुद से प्यार करते हैं, वो दूसरों को भी हमेशा ख़ुश देखना चाहते हैं इसलिए सबसे पहले ख़ुद से प्यार करें.
2) सच्ची ख़ुशी पाने के लिए वही करें जो आपको अच्छा लगता है, न कि जो लोग कर रहे हैं.
3) हमेशा बड़ों की तरह बर्ताव न करें, कभी-कभी बच्चों की तरह खिलखिलाकर हंसें, उछलकूद करें, बेपरवाह होकर नाचे-गाएं, दोस्तों के साथ घूमने जाएं, सड़क पर खड़े होकर चाट का लुत्फ़ उठाएं… ऐसी छोटी-छोटी बातों में ही ज़िंदगी की असली ख़ुशी छुपी होती है.
4) समस्या या परेशानियां सभी के जीवन में आती हैं, लेकिन जीवन में क़ामयाब वही होते हैं, जो परेशानियों से डरते नहीं, बल्कि उनका हल निकालने के रास्ते तलाशते हैं. आप भी ऐसा ही करें, आपके सोचने से समस्या हल नहीं होगी, उसके लिए आपको समस्या से बाहर निकलने के रास्ते तलाशने होेंगे.
5) कभी भी किसी और से अपनी तुलना न करें. ईश्वर ने हम सबको अलग और स्पेशल बनाया है इसलिए अपनी ख़ूबियों को पहचानें और अपनी अलग पहचान बनाएं. आपको ईश्वर ने जो भी हुनर दिया है, उसे निखारने की हमेशा कोशिश करते रहें, ताकि आप अपनी ज़िंदगी में कभी भी बोर न हों.
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