करियर में आगे बढ़ने के लिए ज़रूरी है कि आप ऑफिस में बताए गए सभी रूल्स को फॉलो करें. वर्क रूल्स फॉलो करने से आपका काम भी ठीक रहेगा और ऑफिस का माहौल भी. ऐसे में तरक्क़ी करने के चांस भी ज़्यादा होंगे. वर्कप्लेस पर अपना रूल्स न बनाएं. इससे बॉस और आपको दोनों को नुक़सान होगा. ऑफिस चाहे छोटा हो बड़ा, उसके नियमों का पालन आपको करना ही चाहिए. वहां काम करने के रूल्स को आप बदल नहीं सकते. हां, अगर आपको किसी चीज़ से परहेज़ है, तो उसके लिए बॉस से बात करें. क्या हैं ऑफिस में काम करने के नियम? आइए, जानते हैं.
रूल नं 1- माइंड योर बिज़नेस
जी हां, वर्कप्लेस पर काम करने का पहला रूल है कि आप अपने काम से काम रखें. किसी दूसरे के काम में टांग अड़ाने की ज़रूरत नहीं है. इससे आपका ही नुक़सान होता है. एक तो आपकी रेप्युटेशन ख़राब होती है और दूसरे आपका काम पीछे रह जाता है. दूसरे आपसे आगे निकल जाते हैं.
रूल नं 2- अपनी पोस्ट का ख़्याल
आमतौर पर ऑफिस के प्यून भी जब आपस में बात करते हैं, तो ख़ुद को बॉस ही समझते हैं. उन्हें ऐसा लगता है कि बॉस को उनके हिसाब से चलना चाहिए. आपकी मानसिकता भी अगर कुछ ऐसी ही है, तो इससे बचिए. जिस पोस्ट पर काम कर रहे हैं, उसके हिसाब से ही बात कीजिए. अपने सीनियर्स की बुराई कीजिए, लेकिन ऐसा कभी मत कहिए कि सारा काम तो आप ही करते हैं, वो तो बस गॉसिप करते हैं.
रूल नं 3- सेल्फ मार्केटिंग
अगर आपको लगता होगा कि अपनी सेल्फ मार्केटिंग करके आप बॉस के दिमाग़ में अपनी अच्छी इमेज डाल देंगे, लेकिन कुछ समय के बाद आपके बार-बार ऐसा करने पर सबको आपकी सच्चाई पता चल जाती है. अगर आप काम में अच्छे हैं, तो भी सेल्फ मार्केटिंग इतनी मत कीजिए कि कंपनी का प्रोफाइल आपसे नीचे हो जाए.
रूल नं 4- नो वर्क प्रेशर
ऐसा नहीं है कि सारे वर्क रूल्स आपको ही फॉलो करने होते हैं. ऑफिस के सीनियर्स के लिए भी रूल्स हैं. उन्हें भी इसको फॉलो करना चाहिए. ऑफिस में वर्क प्रेशर न बनाना, वर्क रूल्स का अहम हिस्सा है. प्रेशर में न तो काम किया जा सकता है और न ही किसी से काम कराया जा सकता है
रूल नं 5- ब्रेक टाइम
हर ऑफिस का अपना नियम होता है. आप जहां भी काम करें उसके अनुसार ही करें. ख़ुद को ऑफिस रूल्स से बढ़कर न समझें. ऑफिस में लंच ब्रेक, टी ब्रेक आदि का एक टाइम निश्चित होता है. आपको उनके अनुसार ही काम करना चाहिए. कभी भी इस टाइम को क्रॉस न करें. इससे आपकी रेप्युटेशन डाउन हो सकती है.
क्या आप जानते हैं?
नौकरीपेशा लोगों के लिए पुर्तगाल किसी स्वर्ग से कम नहीं है. यहां के एंप्लॉयमेंट लॉ में किसी एंप्लाई को टर्मिनेट करने का क़ानून नहीं है. बॉस वहां से किसी को फायर नहीं कर सकता. हां, अगर किसी एंप्लॉई के साथ नहीं जम रही है, तो कंपनी को उसे एक हैंडसम रेज़िगनेशन पैकेज ऑफर करना होता है.
– श्वेता सिंह
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