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70+ स्मार्ट मनी सेविंग शॉपिंग आइडियाज (70+ Smart Shopping Ideas To Save Money)


फेस्टिव सीज़न शुरू होने से पहले ही चारों ओर सेल की हलचल शुरू हो जाती है, मगर अब दुकानों से ज़्यादा सेल का शोर ऑनलाइन शॉपिंग में है. व़क्त के साथ बदलते शॉपिंग ट्रेंड की जानकारी आप तक पहुंचाने और आपको स्मार्ट शॉपर बनाने के लिए हमने जुटाए हैं 70+ शॉपिंग आइडियाज.

शॉपिंग के लिए घर से निकलने से पहले बजट प्लान करें और उसी के अनुसार पैसे ले जाएं. आपके पास सीमित मात्रा में पैसे होंगे तो आप फ़िज़ूलख़र्च से बच जाएंगी.
मार्केट में जाकर फटाफट चीज़ें ख़रीदने की बजाय पहले विंडो शॉपिंग करें और यह जानने की कोशिश करें कि मार्केट में कौन-सी चीज़ कहां सस्ते दाम में मिल रही है? ऐसा करके आप कम दाम में बेहतर चीज़ ख़रीद सकेंगी.
– मार्केट और नई-नई दुकानों के चक्कर लगाती रहें. नई दुकानें ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कई स्कीम्स निकालती रहती हैं.
– ब्रांड कॉन्शियस होना अपनी जगह सही है, लेकिन किसी लोकल ब्रांड की कोई चीज़ यदि पसंद आ रही हो तो बेझिझक ख़रीद लें, वरना ब्रांड के चक्कर में अच्छी चीज़ों से हाथ धो देंगी.
– क्लासिक व एवरग्रीन चीज़ों पर पैसे ख़र्च करने में संकोच न करें. ऐसी चीज़ें जिनका फैशन कभी आउट नहीं होता, उन्हें थोड़े ़ज़्यादा पैसे देकर ख़रीदना फ़िज़ूलख़र्ची नहीं, बल्कि समझदारी है. सीज़नल ट्रेंड या स़िर्फ थोड़े समय के लिए फैशन में रहने वाली चीज़ों पर कम पैसे लगाएं.
– अगर आप शॉपिंग के लिए निकली हैं, तो स़िर्फ कोरम पूरा करने के लिए कुछ ऐसा न ख़रीदें जो आपको ़ज़्यादा पसंद न हो. कुछ पसंद न आने पर खाली हाथ वापस आने में ही भलाई है, न कि गाढ़ी मेहनत की कमाई को बेकार की चीज़ ख़रीदकर यूं ही बहाने में.
– अगर पसंद की गई चीज़ को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं कि उसे ख़रीदें या नहीं, तो ऐसे में अपने मन पर क़ाबू रखें. उस समय वहां से हट जाएं. एक सप्ताह के लिए उसे ख़रीदने का विचार छोड़ दें. यदि वह वस्तु आपको सात दिन बाद तक भी आकर्षित कर रही हो तो स्टोर में जाएं और उसे ख़रीद लाएं.
– अगर आपको कोई वस्तु ख़रीदने की इच्छा हो रही हो तो सबसे पहले ख़ुुद से यह पूछें कि क्या वाक़ई आपको इसकी ज़रूरत है? क्या आप इसके बिना रह सकती हैं? क्या आपके पास इसके जैसा दूसरा कुछ है? इन सवालों के जवाब उस वस्तु को ख़रीदने या ना ख़रीदने में आपका मार्गदर्शन करेंगे.
– अनावश्यक ख़र्च से बचना चाहती हैं तो क्रेडिट कार्ड की बजाय कैश पेमेंट करें. क्रेडिट कार्ड से भुगतान करते समय अक्सर ख़र्च का अंदाज़ा नहीं लगता, जबकि कैश में भुगतान करते समय हरी पत्तियां हमारे हाथों से ढीली होती हैं, जिससे ख़र्च का अंदाज़ा लगता है.

ज्वेलरी शॉपिंग

अगर आप ज्वेलरी की शौक़ीन हैं तो इनकी ख़रीददारी करते समय कुछ बातों का ख़ास ख़्याल रखें.
– कोई भी आइटम लेने से पहले दो-चार दुकान घूमकर सही दाम निकालने की
कोशिश करें.
– ज्वेलरी लेने से पहले स्टोर की रीफंड व रिटर्न पॉलिसी के बारे में पूछ लें.
– अगर डायमंड ज्वेलरी ख़रीदने का मन बना रही हैं, तो चार सी यानी कट, कलर, क्लेरिटी और कैरेट (वज़न) को ध्यान में रखकर ही ख़रीददारी करें.
– प्रेशियस स्टोन से बनी ज्वेलरी ख़रीदने से पहले इस बात की तसल्ली कर लें कि वो नेचुरल स्टोन से बनी है या लेबोरेटरी मेड है.
– गोल्ड ज्वेलरी लेते समय कैरेट के बारे में अवश्य पूछें.

फुटवेयर शॉपिंग


– अच्छी फिटिंग वाले और कंफर्टेबल फुटवेयर ही ख़रीदें.
– हो सके तो जूतों की शॉपिंग दोपहर या शाम में करें, क्योंकि इस समय दिन भर की एक्टिविटी के बाद पैर थोड़े सूज जाते हैं. इससे आप छोटे साइज़ के फुटवेयर लेने से बच सकती हैं.
– शूज़ ट्राई करते समय इस बात की तसल्ली कर लें कि पहनने के बाद थोड़ी-सी जगह बच रही है. पैर की सबसे लंबी उंगली और जूते के बीच थोड़ा गैप होना चाहिए.
– जूते पहनकर थोड़ी देर चलकर देखें.
– मल्टीफंक्शन फुटवेयर को प्राथमिकता दें यानी ऐसे फुटवेयर ख़रीदें जो कई जगह पहने जा सकें.
– क्लासिक स्टाइल और कलर के फुटवेयर ही ख़रीदें यानी ऐसे फुटवेयर लें जो हमेशा फैशन में रहते हैं.
– सस्ते और घटिया क्वालिटी के फुटवेयर ख़रीदने से परहेज़ करें. ख़राब क्वालिटी के फुटवेयर पहनने से पीठ और रीढ़ की हड्डी पर बुरा असर पड़ता है, जिसका ख़ामियाजा बाद में भुगतना पड़ सकता है.

पर्स शॉपिंग


– पर्स की शॉपिंग करते समय साइज़ का ख़ास ख़्याल रखें. ज़्यादा बड़े या छोटे बैग ख़रीदने से बचें.
– बैग ख़रीदते समय ज़िप आदि चेक कर लें.
– बैग के मटीरियल पर भी ध्यान दें.
– स्टाइलिश बैग ख़रीदना चाहती हैं तो ब्लैक, व्हाइट, बेज जैसे बेसिक कलर के अलावा दूसरे कलर्स के बैग ख़रीदें.

फर्नीचर शॉपिंग टिप्स

  • अपनी लाइफस्टाइल को देखते हुए ये तय करें कि आपके लिए कैसे फर्नीचर अधिक उपयोगी हो सकते हैं.
    – अपनी पसंद के रंग और फर्नीचर के पैटर्न की लिस्ट या कट आउट्स साथ रखें.
    – कई स्टोर्स में इंटीरियर डिज़ाइन कंसल्टिंग, रूम प्लानिंग गाइड आदि की सुविधा भी होती है. इस सेवा का लाभ उठाएं.
    – जिस रूम के लिए फर्नीचर ख़रीदना है उस रूम की लंबाई और चौड़ाई नाप लें और उसी के अनुसार फर्नीचर चुनें.
    – फर्नीचर ख़रीदते समय इस बात की तसल्ली कर लें कि कहीं उसमें दरार या कोई दूसरा डिफेक्ट तो नहीं है.
    – फर्नीचर को हाथों से छूकर उसकी फिनिशिंग चेक करें.

गिफ्ट शॉपिंग

  • किस तरह के आइटम गिफ्ट में देना चाहती हैं? इसकी प्लानिंग पहले से कर लें. ये आइटम्स जिन स्टोर्स में मिलेंगे उनकी लिस्ट बनाएं.
    – स्टोर का कॉन्टेक्ट नंबर उपलब्ध हो तो वहां फोन करके पहले ही पूछ लें कि आपकी पसंद का आइटम वहां है या नहीं.
    – स्टोर खुलने के थोड़ी देर बाद या स्टोर के बंद होने के थोड़े पहले का समय गिफ्ट शॉपिंग के लिए आइडियल है.
    – ट्रैवलिंग के दौरान गिफ्ट की शॉपिंग क्रेडिट कार्ड से करने की बजाय कैश से करें. इससे ख़र्च पर नियंत्रण करना आसान होगा.

सेल में शॉपिंग

हो सकता है, किसी सेल में जाने का आपका पुराना अनुभव अच्छा न रहा हो. आपको वहां काम का कोई भी सामान न मिला हो और जो मिला हो, उसे ख़रीदने के बाद आप पछता रही हों कि सेल में गई ही क्यों? लेकिन कुछ छोटी-छोटी बातों को ध्यान मेें रखकर आप न स़िर्फ सेल में ख़रीददारी का मज़ा ले सकती हैं, बल्कि आपको सेल का पूरा फ़ायदा भी मिल सकता है. कैसे? आइए, जानते हैं.

  • यदि सेल का पूरा फ़ायदा उठाना है तो सेल के शुरू होते ही स्टोर में पहुंच जाएं. इससे आपको सेल मेें उपलब्ध सारी वैरायटी देखने का मौक़ा मिलेगा और इस बात के भी ़ज़्यादा चांसेस होंगे कि आपको अपनी ज़रूरत के अनुसार चीज़ें मिल जाएं.
    – अगर आप सेल का फ़ायदा उठाना चाहती हैं, तो अपनी नज़र तेज़ रखें. सेल, डिस्काउंट ऑफर्स और अन्य ऑफर्स के बारे मेें लेटेस्ट जानकारी पाने के लिए अख़बारों पर नज़र बनाए रखें.
    – सेल में वही ख़रीदें जिसकी आपको ज़रूरत हो.
    – सेल का पूरा फ़ायदा उठाने के लिए घर से निकलने से पहले सामान की लिस्ट बना लें. सेल में पहुंचने के बाद वहां उपलब्ध चीज़ों को देखकर अपना मन न बदलें. वही सामान लें जो आपने लिस्ट में लिखा है.
    – सेल में ज़्यादा उम्मीदें पाले बिना बिल्कुल वैसे ही जाएं जैसे आप अक्सर शॉपिंग के लिए जाती हैं. इससे अपने काम का कुछ न मिलने पर भी आपको निराशा नहीं होगी.
    – यदि आपको सेल में कुछ भी पसंद नहीं आया तो भी मूड ऑफ न करें, क्योंकि सेल तो अक्सर लगती ही रहती है. हो सकता है, अगली बार आपको सेल में अपनी ज़रूरत की चीज़ें मिल जाएं.
    – चूंकि आप सेल के वक़्त शॉपिंग के लिए जा रही हैं, इसलिए पहले से चेक कर लें कि आपकी जीन्स या ड्रेस का साइज़ क्या है.
    – जाहिर है सेल के दौरान ट्रायल रूम के बाहर आपको लंबी कतार में खड़ा होना पड़ सकता है. अब कुछ पाने के लिए खोना तो पड़ेगा ही. इसलिए थोड़ा धैर्य रखें. लंबी कतार से परेशान न हों.
    – ट्रायल रूम में बहुत ज़्यादा वक़्त न लगाएं, वरना बाहर अच्छी चीज़ें आपके हाथों से निकल सकती हैं.
    – सेल में ख़ासकर ऐसी चीज़ें ख़रीदें, जिसे ट्रायल रूम में जाकर चेक करने की ज़ररूत न हो.

यूं करें मोल-भाव

बार्गेनिंग यानी मोल-भाव करना भी एक कला है. अगर आपको यह कला नहीं आती तो हमारे ख़ास टिप्स आपके लिए मददगार साबित होंगे.
– कोई भी चीज़ ख़रीदने से पहले दो-तीन दुकान पर घूमकर सही दाम पता करने की कोशिश करें.
– दुकानदार जितना दाम बताए आप सीधे उसका आधा दाम बोलें. यदि आप एक से ज़्यादा आइटम ख़रीद रही हैं तो क़ीमत आधा से भी कम कराने की कोशिश करें.
– अगर मुमक़िन हो तो सुबह के समय ही शॉपिंग के लिए निकलें. इस समय भीड़ भी कम होती है और ज़्यादा वैरायटी भी देखने को मिलती है.
– अगर कोई आइटम बहुत ज़्यादा पसंद आ गया हो तो भी दुकानदार को इस बात की भनक न लगने दें, वरना वो आपसे मनमाने पैसे मांगेगा.
– अगर दुकानदार पैसे कम करने के लिए तैयार नहीं हो रहा है, तो तुरंत मानने की बजाय दुकान छोड़कर आगे बढ़ जाएं, ऐसा करते देख वो आपको बुलाकर सही दाम में सामान बेचने की कोशिश करेगा.

कपड़ों की ख़रीददारी
आउटफिट्स और एक्सेसरीज़ की शॉपिंग करते समय इन बातों का ध्यान रखेंः
– आउटफिट की ख़रीददारी करने से पहले समय निकालकर थोड़ी रिसर्च कर लें. फैशन मैगज़ीन, टीवी, इंटरनेट आदि देखकर यह जानने की कोशिश करें कि इन दिनों क्या इन है? फिर उसी के अनुसार शॉपिंग करें. बिना जानकारी के शॉपिंग करने पर हो सकता है, आप आउटडेटेड ड्रेस पर पैसे बर्बाद कर दें.
– कोई भी ड्रेस ख़रीदते समय स्टाइल से ज़्यादा कंफर्ट का ध्यान रखें. कोई ड्रेस कितनी भी स्टाइलिश क्यों न हो, लेकिन वो अगर कंफर्टेबल नहीं है, तो उसे ख़रीदने की ग़लती न करें.
– आजकल मिक्स एंड मैच का ज़माना है यानी एक जींस या लैगिंग को आप कई टी-शर्ट और कुर्ती के साथ पहन सकती हैं. अतः सभी कुर्ती के लिए अलग-अलग सलवार या लैगिंग ख़रीदने की बजाय कॉमन कलर के कुछ लैगिंग ख़रीदें.
– न्यूट्रल कलर के आउटफिट्स प्रिंटेड और
कलरफुल कपड़ों से ज़्यादा क्लासी व महंगे नज़र आते हैं. अतः न्यूट्रल कलर के आउटफिट्स पर पैसे ख़र्च करने से हिचकिचाएं नहीं.
– यदि आप ट्रायल रूम में ज़्यादा वक़्त नहीं बर्बाद करना चाहतीं, तो कम बटन और ज़िप वाले कपड़े पहनें ताकि चेंज करने में आसानी हो.

Pratibha Tiwari

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Pratibha Tiwari

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