फिल्म दंगल में अपनी बेटियों को पलवान बनाने के लिए पूरे गांव से भिड़ जाने वाले बापू आमिर ख़ान एक बार फिर बेटियों के हक़ में आवाज़ उठा रहे हैं. इस बार आमिर सरदार जी के गेटअप में हैं. जी नहीं, ये उनकी किसी फिल्म का लुक नहीं है, बल्कि एक ऐड है.
डायरेक्टर नितेश तिवारी की इस शॉर्ट फिल्म में जेंडर इक्वालिटी के मुद्दे को उठाया गया है. क़रीब 50 सेकेंड के इस विडियो में आमिर सरदार गुरिंदर सिंह के गेटअप में है, जो एक मिठाई की दुकान का मालिक है. एक दिन एक ग्राहक उनकी मिठाइयों की तारीफ़ करता है, तो आमिर उन्हें बताते हैं कि ये सब मेरे बच्चों का कमाल है. इस पर ग्राहक बोलता है किस्मत वाले हैं कि ऐसे बेटे मिले हैं आपको. तभी आमिर कहते हैं, “बेटे नहीं ये मेरी बेटियों का कमाल है.” आमिर की दुकान का नाम भी है गुरदीप सिंह एंड डॉटर्स. है न कमाल का ऐड.
The loneliness does not stop.It begins with the first splash of cold water on my…
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