बच्चों की अच्छी परवरिश के साथ ज़रूरी है कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाए. लेकिन कुछ बच्चे ऐसे स्वभाव के होते…
मॉनसून मौज-मस्ती और त्योहारों के जश्न मनाने का मौसम होता है. यह ऐसा समय भी होता है, जब मौसम में…
कुछ बच्चे स्वभाव से लापरवाह होते हैं. अपने सामान और खिलौनों का बिलकुल भी ध्यान नहीं रखते हैं. ऐसे में…
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छोटी उम्र में बच्चों की परवरिश में थोड़ी-सी भी लापरवाही उन्हें लापरवाह बना सकती है. इसलिए ज़रूरी है उम्र के…
हम सभी जानते हैं कि बच्चों के लिए भी आज की लाइफ़ स्टाइल काफ़ी तनावपूर्ण हो चुकी है, बढ़ते कॉम्पटिशन के बीच अनहेल्दी खान-पान और दिनचर्या बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को काफ़ी प्रभावित कर रही है. ऐसे में बेहतरहोगा कि बच्चों को हम कुछ बेसिक हेल्दी चीज़ें सिखाएं जिससे उनका शारीरिक विकास भी हो, वो हेल्दी और स्ट्रॉन्ग रहेंऔर इसके साथ ही उनकी मेंटल हेल्थ भी ठीक रहे. यहां हम बच्चों के लिए बेस्ट योगासन बताने जा रहे हैं जो उनकी बोंस, मसल्स को मज़बूती तो देंगे ही, साथ ही उनमें एकाग्रता, आत्मविश्वास बढ़ाकर उनको स्ट्रेस फ्री रखेंगे और अच्छी नींद लानेमें भी सहायक होंगे. वृक्षासन यानी ट्रीपोज़ सीधे खड़े हो जाएं.दोनों हाथों को बग़ल में रखें.दाएं पैर को घुटने से मोड़कर बाएं पैर की जांघ या घुटने के के पास रखें.गहरी सांस लेते रहें. अब अपने हाथों को अपने सिर के ऊपर लाएं और हथेलियों को एक साथ मिलाकर नमस्कार की मुद्रा में लाएं. रीढ़ गर्दन सीधी रहे. ये बैलेन्सिंग पोज़ है जिससे पैर, रीढ़ मज़बूत होते हैं और संतुलन करना हम सीखते हैं. भुजंगासन पेट के बल सीधे लेट जाएं.दोनों हथेलियों को सीने के पास रखें.दोनों पैर एक-दूसरे को टच करते हुए बिल्कुल सीधे हों.अब दोनों हाथों की हथेली की सहायता से शरीर का आगे का भाग यानी सिर, कंधे व धड़ को ऊपर की ओर उठाएं जैसे सांप का पोज़ होता है. इसी वजह से इसको कोबरा या स्नेक पोज़ कहते हैं.कुछ देर बाद वापस आ जाएं. अपनी क्षमता के हिसाब से करें. त्रिकोणासन सीधे खड़े होकर सांस अंदर लें.दोनों पैरों के बीच 2-3 फीट की दूरी बनाते हुए सांस छोड़ें.दोनों हाथों को ऊपर उठाकर बाईं ओर झुकें.दाएं हाथ से बाएं पैर को छुएं और बाईं हथेली की ओर देखें.थोड़ी देर इसी अवस्था में रहें, फिर पहलेवाली स्थिति में आ जाएं.दूसरी ओर से भी यही दोहराएं. धनुरासन पेट के बल लेट जाएं.दोनों हाथों को सीधा रखें.दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर लंबी सांस लें और सीने को ऊपर की ओर उठाएं.दोनों हाथों से दोनों पैरों की एड़ियों को इस तरह पकड़ें कि धनुष का आकार बन जाएगा.सांस छोड़कर पहलेवाली स्थिति में आ जाएं. सुखासन पालथी मारकर सीधे बैठ जाएं. हाथों को घुटनों के ऊपर रखें.आंखें बंद रखें और सांस सामान्य हो. रीढ़, गर्दन और सिर सीधे हों.मन से सारे विचार निकालकर शांति बनाए रखें. अपनी क्षमता के हिसाब से जितना देर तक बच्चे बैठ सकें बैठने दें. बालासन घुटनों को मोड़कर घुटनों के बल एड़ी पर आराम से बैठ जाएं.टखनों और एड़ियों को आपस में टच कराएं और घुटनों को बाहर की तरफ जितना हो सके फैलाएं.सांस अंदर खींचकर आगे की ओर झुकें.जब पेट दोनों जांघों के बीच आ जाए तब सांस छोड़ दें.दोनों हाथों को सामने की तरफ रखें.हथेलियों को ज़मीन से टच होने दें. सिर को भी ज़मीन से टच करते हुए टिका लें. ताड़ासन आराम से खड़े हो जाएं.दोनों पंजों के बीच ज़्यादा फासला न रखें.शरीर का वज़न दोनों पैरों पर समान हो.अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए अपने हाथों को साइड से ऊपर उठाएं. हथेलियां खुली हों.हाथों को सिर के ऊपर उठा ले जाएं.धीरे-धीरे हथेली को, कलाई को, हाथों को, कंधे, सीने व पैरों को भी ऊपर की तरफ़ खींचें और अंत में पैरों के पंजों पर आ जाएं.पूरा शरीर ऊपर की तरफ़ खिंचा हुआ महसूस हो.कुछ क्षण इस स्थिति में रहें.संतुलन बनाए रखना शुरुआत में मुश्किल होगा लेकिन प्रयास करने से बेहतर तारीके से कर पाएंगे.अब धीरे-धीरे पैरों की एड़ियों को ज़मीन पर रखते हुए वापस सामान्य स्थिति में आ जाएं. नटराजासन…
बच्चे का सम्पूर्ण विकास हो ये सभी पैरेंट्स चाहते हैं और इसी दिशा में एबॉट ने एक सर्वे किया जिसमें…
हर पैरेंट्स चाहते हैं कि उनका बच्चा आत्मविश्वास से भरपूर हो. लेकिन बच्चे में आत्मविश्वास तभी आएगा जब पैरेंट्स बच्चे…
हम सभी जानते हैं कि बच्चों (Yogasana For children) के लिए भी आज की लाइफ़स्टाइल काफ़ी तनावपूर्ण हो चुकी है,…
हर बच्चे का स्वभाव अलग-अलग होता है. कोई स्वभाव से चंचल होता, कोई मस्ती करने वाला होता है. तो कोई…