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रेस्टोरेंट में जॉब करने से लेकर गाड़ियों को साफ करने तक, जब गुज़ारा करने के लिए रणदीप हुड्डा को करने पड़े ये काम (From Working in Restaurant to Cleaning Vehicles, When Randeep Hooda had to do These Things)

बॉलीवुड इंडस्ट्री में कई ऐसे एक्टर हैं, जिन्होंने अपनी एक्टिंग का लोहा तो मनवाया है, बावजूद इसके वो सुपरस्टार्स की लिस्ट में अपना नाम शामिल कर पाने में असफल रहे हैं. इस लिस्ट में एक्टर रणदीप हुडा का नाम शामिल है. वैसे तो रणदीप ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 2001 में की थी, लेकिन इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने के लिए उन्हें करीब नौ साल तक इंतजार करना पड़ा. हालांकि इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्हें काफी स्ट्रगल भी करना पड़ा. एक वक्त ऐसा भी था जब उन्हें गुज़ारा करने के लिए रेस्टोरेंट में जॉब करने से लेकर गाड़ियों की सफाई करने जैसे काम करने पड़े.

फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम

वैसे रणदीप की फैमिली की बात करें तो उनके पिता एक डॉक्टर हैं, जबकि उनकी मां एक सोशल वर्कर हैं. रणदीप की बड़ी बहन यूएस में डॉक्टर हैं और भाई सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं जो सिंगापुर में सेटल हैं. कहा जाता है कि 8 साल की उम्र में फैमिली ने रणदीप को सोनीपत में एक बोर्डिंग स्कूल में भेज दिया था.

फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम

हालांकि रणदीप को हायर स्टडीज के लिए ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न भेज दिया गया, जहां रणदीप ने बिजनेस मैनेजमेंट और ह्यूमन रिसोर्स में मास्टर डिग्री की पढ़ाई पूरी की. यहां पढ़ाई के दौरान अपना गुज़ारा करने के लिए रणदीप ने चाइनीज रेस्टोरेंट में काम किया, गाड़ियों की साफ-सफाई के अलावा टैक्सी ड्राइविंग जैसे काम भी किए. करीब 2 साल बाद जब वे भारत लौटे तो उन्हें एयरलाइन्स के मार्केटिंग डिपार्टमेंट में नौकरी मिली.

फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम

आपको बता दें कि रणदीप ने साल 2001 में मीरा नायर की फिल्म 'मानसून वेडिंग' से फिल्मी दुनिया में कदम रखा था. इस फ़िल्म को दर्शकों की अच्छी प्रतिक्रिया भी मिली थी, बावजूद इसके दूसरी फिल्म पाने के लिए रणदीप को चार साल तक इंतजार करना पड़ा.

फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम

आखिरकार 4 साल लंबे इंतजार के बाद साल 2005 में रामगोपाल वर्मा ने उन्हें फिल्म ऑफर किया. अंडरवर्ल्ड की दुनिया पर आधारित उनकी फिल्म 'डी' ने काफी सुर्खियां बटोरीं और दाऊद का किरदार निभाकर रणदीप खासा चर्चा में आ गए, लेकिन फिल्मों के गलत चयन के कारण उन्हें एक बार फिर लंबा इंतजार करना पड़ा और 2010 में आई फिल्म 'वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई' ने एक बार फिर से रणदीप को सुर्खियों में ला दिया.

फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम

बताया जाता है कि रणदीप ने अपने करियर की शुरुआत में नसीरुद्दीन शाह का थियेटर ग्रुप 'मोटली' जॉइन किया था, लेकिन इसके लिए उन्हें काफी पापड़ बेलने पड़े थे. हालांकि बाद में नसीर साहब ने रणदीप पर सबसे ज्यादा भरोसा दिखाया. उन्होंने न सिर्फ रणदीप की एक्टिंग को तराशने का काम किया बल्कि, फिल्मों को लेकर एक्टर के नज़रिए को बदलने में भी मदद की.

फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम

दरअसल, फिल्म 'वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई' से चर्चा में आने के बाद रणदीप 'साहेब बीवी और गैंगस्टर', 'जन्नत 2', 'हाइवे' और 'किक' जैसी कई हिट फिल्मों में नज़र आए, लेकिन फिल्म 'हाइवे' में रणदीप ने महावीर भाटी का किरदार निभाकर जैसे हर किसी ला दिल जीत लिया.

फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम

इतना ही नहीं साल 2016 में रिलीज हुई फिल्म 'सरबजीत' में रणदीप ने जितनी शिद्दत से अपना किरदार निभाया, उसे देखकर हर कोई दंग रह गया. इस फिल्म के लिए रणदीप ने महज़ 28 दिन में 18 किलो तक वजन कम किया था. भले ही फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कोई खास कमाल नहीं कर पाई, लेकिन रणदीप की एक्टिंग की हर किसी ने जमकर सराहना की.

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