ख़ुद को खोजना, ख़ुद को पा लेना ही दरअसल सबसे बड़ी जीत होती है. दूसरों को जीतने से पहले स्वयं को जीतना पड़ता है और जब एक बार आपने ख़ुद को पा लिया, ख़ुद को समझ लिया, तो अपने अस्तित्व की सार्थकता भी आपको समझ में आ जाती है. यह एहसास आपको सकारात्मक बनाता है. यही सकारात्मकता मन को भीतर तक प्रसन्न बनाती है. जब मन को इस सकारात्मकता की ख़ुशी का एहसास होता है, तो यह हमारे पूरी व्यक्तित्व में प्रतिबिंबित होता है. भीतर की नकारात्मकता दूर होती है, तो मन ख़ूबसूरत बनता है और मन की यही ख़ूबसूरती बाहर भी झलकती है. आप ग्लो करते हो, कॉन्फिडेंट बनते हैं. आपका पूरा व्यक्तित्व ही आकर्षक और सम्मोहक होने लगता है.
सच कहूं, तो ख़ूबसूरत होने और ख़ूबसूरत नज़र आने से भी कहीं ज़्यादा ज़रूरी है, ख़ूबसूरत महसूस करना. अगर आप भीतर से ख़ुद को ख़ूबसूरत महसूस नहीं करेंगे, तो सब व्यर्थ है. भीतर की सकारात्मक ऊर्जा ही तो बाहर भी झलकती है, आप सुंदर, स्वस्थ, संतुष्ट और कॉन्फिडेंट नज़र आते हैं. (देखें वीडियो)
बहुत-से लोग आज भी यही समझते हैं कि हम सेलिब्रिटीज़ को अपनी ख़ूबसूरती का ख़्याल रखने की ज़रूरत ही नहीं, हमारी ब्यूटी तो गॉड गिफ्ट है… जबकि सच तो यह है कि हमें इसे मेंटेन रखने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है और कठिन अनुशासन का पालन करना पड़ता है. यही मेहनत अगर आप भी करेंगे, तो आप भी उतने ही ख़ूबसूरत, फिट और हेल्दी नज़र आओगे. मुझे ड्रीम गर्ल का ख़िताब मेरे फैंस ने दिया. ऐसे में मेरी ज़िम्मेदारी बढ़ जाती है कि उनके इस ख़िताब को मैं जस्टिफाई कर सकूं. वैसे भी
बहुत-से लोग मुझसे आज भी मेरी ब्यूटी और फिटनेस का राज़ पूछते हैं, तो उनसे भी मैं यही कहूंगी कि हेल्दी लाइफस्टाइल, हेल्दी डायट के साथ-साथ हेल्दी सोच भी ज़रूरी है.
मैं तो यही नहीं समझ पाती कि लोग लेट नाइट जागकर, स्मोक, ड्रिंक करके, अनाप-शनाप खा-पीकर अपने शरीर को इतना नुक़सान क्यों और कैसे पहुंचा लेते हैं? ईश्वर ने हमें इतना सुंदर शरीर दिया है. इसकी देखभाल करना, इसे स्वस्थ-सुंदर बनाए रखना हमारी ज़िम्मेदारी है. अनहेल्दी लाइफस्टाइल से आख़िर क्यों अपने ही शरीर को नुक़सान पहुंचाते हैं लोग? इसमें क्या आनंद आता है, मेरी समझ से ही परे है, क्योंकि आप ख़ुद को, अपने शरीर को ही नुक़सान पहुंचा रहे होते हैं.
हर इंसान के लिए ये बेहद ज़रूरी है कि वो सबसे पहले ख़ुद से प्यार करे. जब हम ख़ुश और स्वस्थ रहेंगे, तभी दूसरों को भी ख़ुश रख पाएंगे. इसके अलावा अनुशासन यानी डिसिप्लिन भी बेहद ज़रूरी है. अगर आप अनुशासित जीवन नहीं जीएंगे, तो कहीं न कहीं इसका ख़ामियाज़ा भुगतना ही पड़ेगा. जहां तक मेरी बात है, तो मैं सुबह उठकर साधना करती हूं, क्योंकि साधना हमें न स़िर्फ शांति का एहसास कराती है, बल्कि ईश्वर और प्रकृति से एकाकार होना भी सिखाती है, जिससे हम अपनी एनर्जी को महसूस करते हैं और उसका सही दिशा में इस्तेमाल कर पाते हैं. इसके अलावा योग से हम स्वस्थ तन-मन भी पा सकते हैं. मैं नियमित रूप से साधना, योग और डांस करती हूं, इसीलिए मेरा शरीर फिट और स्किन ख़ूबसूरत नज़र आती है. अच्छा शरीर पाने के लिए मेहनत तो करनी ही पड़ती है. इसी तरह अपनी स्किन की ज़रूरतों को समझना भी ज़रूरी है. कंप्लीट नींद, हेल्दी फूड, डेली वर्कआउट से आप हर उम्र में स्वस्थ और ख़ूबसूरत नज़र आ सकते हैं. अक्सर ऐसा भी होता है कि बिज़ी शेड्यूल के चलते कई बार मुझे कुछ समझौते भी करने पड़ते हैं, जैसे- कभी नींद कम हो पाती है, तो कभी डायट ठीक से नहीं हो पाती, लेकिन यहां साधना, ध्यान और योग मेरी मदद करते हैं. आप लोग अगर यह सोचते हैं कि बस मेकअप करके स्किन को ख़ूबसूरत बना लेना बेहद आसान है, तो यह सोच ग़लत है. जब तक आप भीतर से हेल्दी नहीं महसूस करेंगे, कोई मेकअप आपके काम नहीं आएगा. इसलिए योग, साधना और ध्यान बेहद ज़रूरी है. यह मन के कॉस्मेटिक्स हैं, जो मन को सुंदर बनाते हैं, उसके बाद डायट की बारी आती है. पानी पीएं, हेल्दी खाएं, जिससे शरीर के टॉक्सिन्स बाहर निकल जाएं.
हमें ईश्वर ने इतना सुंदर जीवन दिया है, लेकिन हम इसके महत्व को न समझकर निरंतर अपनी इंद्रियों को तुष्ट करने की दिशा में भागे जाते हैं. दरअसल, हमारा शरीर एक ज़रिया है, शरीर के ज़रिए ही हम ध्यान व साधना करके आत्मा की गहराई तक पहुंच सकते हैं और यही गहराई हमें ख़ूबसूरत होने का कॉन्फिडेंस देती है. कॉन्फिडेंस भी बेहद ज़रूरी है और ख़ूबसूरती की एक महत्वपूर्ण शर्त भी. चाहे आप शारीरिक रूप से कितने भी ख़ूबसूरत हों, लेकिन अगर आपमें कॉन्फिडेंस नहीं, तो वो ख़ूबसूरती उभरकर नहीं आती. आप डल लगते हो. सवाल यह है कि यह कॉन्फिडेंस कहां से आएगा? जवाब वही है- भीतर से! भीतरी ऊर्जा, सकारात्मकता ही आपको कॉन्फिडेंस देती है और भीतरी ऊर्जा के लिए मन के कॉस्मेटिक्स- योग, साधना और ध्यान ही आपकी मदद करेंगे! कुल मिलाकर मैं यही कहूंगी कि ख़ुश रहें, पॉज़िटिव रहें और अनुशासित रहें, आप अपने आप ख़ूबसूरत और कॉन्फिडेंट नज़र आएंगे.
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