एक्टॉपिक प्रेग्नेंसी के बाद आमतौर पर दूसरी प्रेग्नेंसी के लिए ३-४ महीने का इंतज़ार करना चाहिए. कृपया, ध्यान रखें कि एक्टॉपिक प्रेग्नेंसी के बादवाली प्रेग्नेंसी में दोबारा एक्टॉपिक होने का ख़तरा बना रहता है. इसलिए आप डॉक्टर से मिलकर उनकी गाइडेंस के साथ प्रेग्नेंसी प्लान करें. नियमित रूप से सोनोग्राफी करवाती रहें, ताकि एक्टॉपिक प्रेग्नेंसी के बारे में शुरू में ही पता चल सके.
यह भी पढ़ें: कंसीव न कर पाने के क्या कारण हो सकते हैं? (What Could Be Possible Reasons For Non Conception?)
४-५ दिन पहले पीरियड्स आना नॉर्मल है. इससे आपको कोई प्रॉब्लम नहीं होनी चाहिए. जहाँ तक दर्द की बात है तो एक सोनोग्राफी करवा लें. इससे दर्द का कारण पता चल जाएगा. दर्द के कई कारण हो सकते हैं जैसे एंडोमीटीरिऑसिस, ओवरी में सिस्ट, पेल्विक इंफ्लामेटरी डिसीज़ हो सकती है. आप डॉक्टर से कन्सल्टेशन के बाद पेनकिलर्स ले सकती हैं.
यह भी पढ़ें: पीरियड्स देरी से आने के क्या कारण हो सकते हैं? (What Could Be The Reasons For Delayed Periods?)
डॉ. राजश्री कुमार
स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ
rajshree.gynoncology@gmail.com
"... आप सोचते होंगे डायरी में अपनी कुशलता दिखानेवाली की क्या पहचान! लेकिन चाहे मेरे नाम…
-ऋषिकेश वांगीकरआपणच फक्त मागे राहिलो हे कळल्यावर त्या मुलाचे अवसान गळाले आणि कुठलाही विचार न…
सलमान खान आणि ईद हे समीकरण गेली बरीच वर्ष बॉलिवूडमध्ये पाहायला मिळतं. पण यंदाची ईद…
पटौदी खानदान (Pataudi family) की सबसे लाडली सोहा अली खान (Soha Ali Khan) भले ही…
मराठमोळी अभिनेत्री भाग्यश्री मोटे सध्या तिच्या खासगी आयुष्यामुळे चर्चेत आली आहे. भाग्यश्री हिने सोशल मीडियावर…
वाढता असह्य उन्हाळा, घामाच्या धारा नि थकलेलं शरीर ह्यामुळे जीव अगदी नको नकोसा होतो. परंतु…