आपकी समस्या सर्वाइकल इनकॉम्पिटेंस की है. इसके अंतर्गत सर्विक्स (गर्भाशय का मुंह) कुछ कमज़ोर हो जाता है और प्रेगनेंसी के दौरान समय से पहले ही खुल जाता है. यदि सर्विक्स छोटा है और खुल जाता है तो प्रीमैच्योर डिलीवरी की संभावना बढ़ जाती है. इस स्थिति में पेशेंट को किसी तरह का दर्द या परेशानी नहीं होती है, क्योंकि उसे पता ही नहीं चल पाता कि सर्विक्स खुल गया है. इसका पता सोनोग्राफ़ी कराने पर ही चलता है. चूंकि आपका पहला बच्चा समय से पूर्व हो गया था और फिर से ऐसा न हो, इसके लिए आपको सर्वाइकल स्टिच लगवा लेना चाहिए. यह बहुत ही साधारण व सुरक्षित तरीक़ा है. इससे आपका बच्चा 9 माह तक गर्भ में सुरक्षित रह पाएगा. डिलीवरी के कुछ ह़फ़्ते बाद टांकों को खोल दिया जाता है.
एक्टोपिक प्रेगनेंसी ऐसी स्थिति है, जिसमें गर्भ गर्भाशय की जगह ओवरी या नली में अटक जाता है. इसका पता सोनोग्राफ़ी द्वारा ही चलता है. यह बहुत ही ख़तरनाक स्थिति है, क्योंकि ट्यूब कभी भी फट सकती है और पेल्विस में अत्यधिक ब्लीडिंग हो सकती है. इसलिए तुरंत इलाज कराना चाहिए. इसके लिए ख़ास तरह का इंजेक्शन, जैसे- मेथोट्रेक्सेट दिया जाता है या कीहोल सर्जरी की जाती है.
डॉ. राजश्री कुमार
स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ
rajshree.gynoncology@gmail.com
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