भारत में हिचकी (Hichki) को लेकर काफ़ी अंधविश्वास है. कई लोग मानते हैं कि हिचकी आने का मतलब उन्हें कोई याद कर रहा है और याद करनेवाले व्यक्ति का नाम लेने से हिचकी रुक जाएगी. ख़ैर, मन बहलाने के लिए ये बातें ठीक हैं, लेकिन हिचकी के पीछे का विज्ञान कुछ और ही कहता है.
छाती और पेट के बीच एक मांसपेशी होती है, जिसे डायफ्राम कहते हैं. डायफ्राम इन दोनों हिस्सों को अलग करती है और सांस लेने की प्रक्रिया में बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. जब कभी किसी वजह से डायफ्राम सिकुड़ती है, तो फेफड़े तेजी से हवा अंदर खींचते हैं और सांस लेने में द़िक्क़त होने लगती है, जिससे हिचकी शुरू हो जाती है.
– जल्दी-जल्दी भोजन निगलना या तेल मसालेदार भोजन का सेवन करना.
– ज़्यादा खाने से या अल्कोहल का सेवन.
– जोर-ज़ोर से हंसना.
– चिंता, तनाव या ग़ुस्से की वजह से भी हिचकी आ सकती है.
– ख़ून की कमी, रक्तस्राव, गैस्ट्रिक समस्या.
– कुछ दवाइयों का साइड इफेक्ट.
– ब्रेन ट्युमर या कोई पुरानी बीमारी की वजह से.
– हानिकारक धुआं आदि.
– हिचकी वैसे कोई मेडिकल इमर्जेंसी नहीं है, लेकिन अगर बार-बार हिचकी आए और उसके साथ बुख़ार, दर्द, सांस लेने में द़िक्क़त, उल्टी जैसे लक्षण हों तो हिचकी ख़तरनाक हो सकती है.
– वैसे तो हिचकी कुछ मिनटों तक ही रहती है, लेकिन अगर हिचकी न रुक रही हो और 3 घंटे से ज़्यादा का व़क्त हो गया हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें.
– एक चम्मच चीनी मुंह में डाल लें. हिचकी बंद हो जाएगी.
– एक रिसर्च के मुताबिक़ ध्यान किसी दूसरी ओर ले जाने से भी हिचकी बंद हो जाती है.
– ध्यान भटकाने के लिए उल्टी गिनती गिनें. उल्टी गिनती यानी 100 से 1 तक गिनें.
– जीभ को जितना हो सके, बाहर निकालें. इससे गले का वह भाग खुल जाएगा जो नाक के रास्ते वोकल कॉर्ड को जोड़ता है.
– गहरी सांस लें. सांस को कुछ सेकंड के लिए रोकें. रिसर्च के मुताबिक़ फेफड़े में कार्बन डाइऑक्साइड के भर जाने पर डायफ्राम उसे बाहर निकालता है और इसकी वजह से हिचकी आनी बंद हो जाती है.
– एक ग्लास पानी झट से पी जाएं.
– अगर किसी को हिचकी आ रही है, तो उसे डराने या कोई सरप्राइज़ देने से भी हिचकी बंद हो जाती है.
– नींबू भी हिचकी को रोकने में फ़ायदेमंद होता है. एक चम्मच नींबू के ताज़े रस में एक चम्मच शहद मिलाकर खाएं.
– तीन कालीमिर्च को चीनी या मिश्री के एक टुकडे के साथ चबाएं. कालीमिर्च के रस से हिचकी तुरंत बंद हो जाएगी.
– सिरके का खट्टा स्वाद भी हिचकी को ग़ायब करने में मददगार होता है. एक चम्मच सिरका काफ़ी है.
– चुटकी भर नमक को पानी में मिलाकर एक या दो घूंट पीने से भी हिचकी से आराम मिलता है.
– खाना आराम से चबाकर खाएं.
– अपने कानों को 20 सेकंड के लिए बंद कर लें या कान के नरम हिस्से को हल्के से दबाएं. ऐसा करने से डायफ्राम से जुड़ी वेगस नस तक संदेश जाएगा और हिचकी बंद हो जाएगी.
– मुठ्ठी कसकर बांधने से नर्वस सिस्टम का ध्यान हिचकी पर से हट जाता है और हिचकी बंद हो जाती है.
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