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फिल्म समीक्षा- रोमांच व थ्रिल से भरपूर है ‘दृश्यम 2’ (Movie Review- Drishyam 2)

रोमांच पैदा करती ज़बरदस्त फिल्म 'दृश्यम 2' मलयालम फिल्म की रीमेक होने के बावजूद कहीं भी अपनी पकड़ नहीं छोड़ती और दर्शकों को बांधे रखती है. उस पर अजय देवगन का लाजवाब अभिनय मानो सोने पर सुहागा.


दृश्यम वन जिसमें अजय देवगन के साथ श्रिया सरन, तब्बू, इशिता दत्ता थीं फिल्म ने ज़बरदस्त बिज़नेस किया था. लोगों को ख़ूब पसंद आई थी. उसी कड़ी को आगे बढ़ाती है दृश्यम 2, जिसका निर्देशन अभिषेक पाठक ने किया है. उन्होंने कहीं भी लोगों को बोरियत महसूस नहीं होने दी, वरना इन दिनों साउथ की सफल रीमेक फिल्में नहीं चल पा रही. ऐसे में यह फिल्म न केवल ख़ूब चल रही, बल्कि लोगों को ख़ूब पसंद भी आ रही है.
दृश्यम फिल्म के अंत में जहां से अजय देवगन लाश को दफनाते हुए दिखाए गए हैं, उसी से आगे बढ़ती है. उनको ऐसा करते हुए ऊक क़ातिल देख लेता है और आगे चलकर वही चश्मदीद गवाह भी बनता है. कहानी में काफ़ी ट्विस्ट और टर्न भी होते हैं. दृश्यम 2 का ख़ास आकर्षण अक्षय खन्ना है. वे आईजी के रुप में अपने दमदार एक्टिंग से प्रभावित करते हैं. वैसे भी अक्षय खन्ना पर पुलिस की भूमिका काफ़ी सूट भी होती हैं. इससे पहले भी इस तरह के रोल को वे बख़ूबी अंज़ाम दे चुके हैं.


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दृश्यम 2 में विजय सालगांवकर बने अजय देवगन जो दृश्यम में केबल ऑपरेटर थे अब तरक़्क़ी करते हुए सिनेमा हॉल के मालिक बन गए हैं. अपनी फिल्म भी बना रहे हैं. सुखी पारिवारिक जीवन जी रहे हैं. हमेशा अपने परिवार के लिए जान छिड़कने वाले विजय यह कतई बर्दाश्त नहीं करते कि उनके परिवार पर कोई आंच आ सके. ऐसे में सात साल पहले जो घटना हुई उस केस को रिओपन होना और छानबीन करने के लिए विशेष रूप से अक्षय खन्ना आते हैं.


तब नए सिरे से कहानी में उतार-चढ़ाव व रोमांच देखने मिलता है. तब्बू अपने बेटे के क़ातिल को सज़ा मिलने और उसके परिवार को जेल के सलाखों के पीछे देखना चाहती है. इसके लिए वे लंदन में बस चुकी होने के बावजूद बेटे की बरसी पर भारत आती हैं. अजय देवगन व उनके परिवार को सज़ा देने के लिए वे अपने मित्र अक्षय खन्ना की मदद लेती हैं.


शुरू से अंत तक फिल्म बांधे रखती है. हर क़िरदार अपनी भूमिका को बख़ूबी अंज़ाम देते हैं, फिर चाहे वह अजय देवगन की पत्नी बनी श्रिया सरन हो या उनकी दोनों बेटियां इशिता दत्ता और मृणाल जाधव सभी ने सहज और बढ़िया अभिनय किया है. इसके अलावा अक्षय खन्ना, सौरव शुक्ला, नेहा शर्मा भी अपने-अपने एक्टिंग की छाप छोड़ते हैं. निर्माता कुमार मंगत और भूषण कुमार की इस फिल्म की सिनेमाटोग्राफी, गीत, संगीत, बैकग्राउंड म्यूज़िक सब कुछ बेहतरीन है और फिल्म की कहानी के साथ जुड़ी चलती है.

कलाकार- अजय देवगन, श्रिया सरन, इशिता दत्ता, तब्बू, अक्षय खन्ना, , मृणाल जाधव, रजत कपूर, नेहा जोशी , कमलेश सावंत, सौरभ शुक्ला
निर्देशक- अभिषेक पाठक
रेटिंग- *** 3

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Photo Courtesy: Instagram

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