चेहरे पर अनुभवों की सिल्वटें जब झुर्रियों के रूप में उभर आती हैं, तब ज़िंदगी काफ़ी बदल जाती है. एक लंबा अनुभव साथ होता है, लेकिन उन अनुभवों को बांटने के लिए उनके अपनों के पास ही व़क्त नहीं होता. ऐसे में बुज़ुर्ग ख़ुद को महत्वहीन समझने लगते हैं. जबकि सच यही है कि उनका महत्व समाज व परिवार दोनों ही के लिए बहुत ज़्यादा है.
होली की चढ़ती खुमारी मेंचटकीले रंगों भरी पिचकारी मेंश्रीमान का जाम छलकता हैकुछ नशा सा…
जय जवान पथकाने एका सांस्कृतिक उत्सवात सर्वाधिक उंचीचा मानवी मनोरा उभारून गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड…
ऋचा चड्ढा और अली फ़ज़ल जल्द ही अपने पहले बच्चे को वेलकम करेंगे और इस…
जी हां, ख़ुद नीतू कपूर ने अपने बेटे की पोल खोल दी और बताया कि…
यह अंतिम कार्य भी पूरा करके वो अपने घर पहुंचा. जीवन में इतना बड़ा तूफ़ान…
बॉलिवूड अभिनेत्री कंगना रणौत तिच्या वक्तव्यांमुळे, तिच्या स्टाइलमुळे दररोज मीडियामध्ये चर्चेत असते. कोणत्याही विषयावर आपले…