सलमान खान (Salman Khan) कितने दिलदार हैं यह तो हर कोई जानता है. सलमान सिर्फ फिल्मी सितारों की ही मदद नहीं करते बल्कि अपनी संस्था बीइंग ह्यूमन फाउंडेशन (Being Human Foundation) के ज़रिए वो ज़रूरतमंद लोगों की मदद के लिए भी हमेशा आगे रहते हैं. लेकिन सलमान की यह संस्था अब मुश्किल में पड़ती दिखाई दे रही है क्योंकि यह संस्था अब बीएमसी के निशाने पर आ गई है. दरअसल बीएमसी यानी बृहनमुंबई महानगर पालिका ने सलमान खान के इस एनजीओ को काली सूची यानी ब्लैकलिस्ट में डालने का फैसला किया है.
बीएमसी के एडिशनल कमिश्नर के अनुसार दिसंबर 2016 में बीएमसी ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप में 12 डायलिसिस सेंटर खोलने का फैसला किया था, इसके लिए बीएमसी ने सलमान खान की बीइंग ह्यूमन फाउंडेशन को चुना था. जिसके तहत सलमान के इस एनजीओ को पाली हिल में 24 डायलिसिस मशीनें लगानी थी. इसके लिए सलमान की संस्था को बैंक गारंटी के साथ सारी परमिशन भी दी गई लेकिन एक साल बाद भी यह प्रोजेक्ट शुरू नहीं हो सका और यही वजह है कि अब बीएमसी उनकी इस संस्था को ब्लैकलिस्ट करना चाहती है.
वहीं दूसरी तरफ बीइंग ह्यूमन फाउंडेशन की ओर से यह दलील पेश की गई है कि उनकी संस्था को कुछ ज़रूरी बातें अपने करार में शामिल करनी होती है, जिसे लेकर की गई बातचीत असफल रही और इस सिलसिले में कोई कांट्रेक्ट या एमओयू साइन नहीं किया गया है. हालांकि इस पूरे मामले में बीएमसी की ओर से सलमान की संस्था के खिलाफ कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है.
यह भी पढ़ें: ये हैं तारक मेहता का उल्टा चश्मा शो की भाभियों के रियल लाइफ पार्टनर !
[amazon_link asins=’B077TQ93JC,B0754751Z3,B00OXPA9H2,B01MU9ZLPM’ template=’ProductCarousel’ store=’pbc02-21′ marketplace=’IN’ link_id=’46332f13-12da-11e8-b100-ab6ef1fc2158′]
सोशल मीडिया पर कृति सेनन की एक फोटो तेजी से वायरल हो रही है. जिसमें…
१९९१ मध्ये 'प्रेम कैदी' चित्रपटाद्वारे बॉलिवूडमध्ये पदार्पण केलेल्या या अभिनेत्रीने अलीकडेच तिचे नाव प्रत्यक्षात कसे…
स्टार प्रवाह वरील मन उधान वाऱ्याचे या मालिकेत गौरीची भूमिका साकारून घराघरात लोकप्रिय झालेली अभिनेत्री…
कॉमेडी फिल्में हमेशा ही लोगों की पहली पसंद रहती हैं. फिल्म में कॉमिक पंचेज मज़ेदार…
"आइए… आइए, बच्चे सुबह से परेशान हैं सीमा आंटी के लिए…" शेखर ने दरवाज़ा खोला,…
आतिफ़ असलम सुपर टैलेंटेड सिंगर हैं और सिर्फ़ पाकिस्तान और भारत में ही नहीं, पूरी…