शास्त्रों के अनुसार, अणिमा, महिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व, गरिमा व वशित्व ये आठ सिद्धियां हैं. मां अपने भक्तों को…
या देवी सर्वभूतेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।। मां की श्रद्धापूर्वक पूजा, ध्यान-आराधना करने से सभी…
नवरात्रि के छठवें दिन मां कात्यायनी की आराधना की जाती है. मां कात्यायनी फलदायिनी मानी गई हैं. हाथ में फूल…
सिंहासनगता नित्यं पद्याश्रितकरद्वया शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी नवरात्रि के पांचवें दिन अंबे मां के पांचवें स्वरूप स्कन्दमाता की पूजा-आराधना…
देवी कूष्मांडा अष्टभुजा से युक्त है, इसलिए इन्हें अष्टभुजा भी कहा जाता है. जिस तरह से ब्रह्माचारिणी व चंद्रघंटा देवी…
या देवी सर्वभूतेषु माँ चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥ नवरात्रि के तीसरे दिन चंद्रघंटा देवी की पूजा…
देवी ब्रह्मचारिणी ब्रह्म स्वरूप है. यहां ब्रह्म का अर्थ तपस्या से है यानी तपस्या का मूर्तिमान स्वरूप है. ये कई…