gender sensitivity

एक बार फिर बेटियों के हक़ में आवाज़ उठा रहे हैं आमिर ख़ान (Aamir khan new ad on Gender Equality)

फिल्म दंगल में अपनी बेटियों को पलवान बनाने के लिए पूरे गांव से भिड़ जाने वाले बापू आमिर ख़ान एक…

February 28, 2017

एसिड अटैक्स: कब और कैसे रुकेंगी वारदातें?

...वो ख़ामोशी ओढ़कर एक कोने में दुबक गई है... उसके रिसते दर्द को न जाने कितने कानों ने अनसुना किया...…

May 18, 2016
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