...चंद तस्वीर-ऐ-बुतां, चंद हसीनों के खतूत बाद मरने के मेरे घर से यह सामान निकला मिर्ज़ा ग़ालिब एक ऐसा नाम…
मैं शायर तो नहीं... (Hindi Shayari: Main Shayer to nahi...) मिर्ज़ा ग़ालिब की उम्दा शायरी चांदनी रात के ख़ामोश…