taboos

टूटती वर्जनाएं, छूटते रिश्ते (Taboos and Relationships)

दर्द की गहराइयां, इश्क़ की रुसवाइयां... तल्ख़ हो चले हैं रिश्ते अब... ओढ़ ली हैं सबने तन्हाइयां... अपने ही दायरों…

October 4, 2016
© Merisaheli