हालांकि ऋषि कपूर अर्से तक उनको अपना दोस्त मानते थे और अपनी तमाम गर्लफ्रेंड्स के किस्से उनको सुनाते थे. यहां तक कि ब्रेकअप होने पर वे सहारा भी नीतू में ही ढूंढते थे. अपनी भावनाओं का अहसास ऋषि कपूर को एक फिल्म शूट के दौरान हुआ. वह बारूद के शूट के लिए पेरिस में थे और वहां से नीतू सिंह को टेलिग्राम भेजा कि वह इस जटणी को बहुत मिस कर रहे थे. इसका जवाब नीतू सिंह ने हां में दिया. वैसे ऋषि कपूर को शादी से डर लगता था और उन्होंने नीतू को बता दिया था कि वह उनसे शादी नहीं कर पाएंगे. रिपोर्ट के मुताबिक, नीतू को ऋषि कपूर से इतना प्यार हो गया था कि वह ये सुनने के बाद भी उनसे अलग नहीं हो पाईं. हालांकि रिश्ते के 5 साल बाद जब वे दोनों कपूर फैमिली की एक शादी अटेंड करने दिल्ली गए तो वहां ऋषि कपूर की बहन ने तुरंत दोनों की सगाई की करवा दी. दोनों के परिवार भी इस रिश्ते के बारे में जानते थे और किसी को कोई आपत्ति नहीं थी. मजेदार बात ये है कि इस मौके पर ऋषि कपूर के पास नीतू को पहनाने के लिए अंगूठी नहीं थी तो उन्होंने अपनी बहन की रिंग उनको दी थी. वहीं नीतू कपूर ने फिल्म झूठा कहीं का के डायरेक्टर की अंगूठी ऋषि कपूर को पहनाई थी. इसके बाद कपूर खानदान की बहू बनने के लिए नीतू सिंह ने 21 साल की उम्र में फिल्मों को अलविदा कह दिया.
यही नहीं, अगले दो साल में वह दो क्यूट बच्चों की मम्मी बन गईं जिनमें से उनका बेटा रणबीर कपूर बॉलीवुड की युवा पीढ़ी का सबसे चमकता सितारा है!