कभी बहुत ज़्यादा ख़ुश रहना तो कभी डिप्रेशन में चले जाना ही बाइपोलर डिसऑर्डर कहलाता है. क्या है बाइपोलर डिसऑर्डर और कैसे इससे बचा जा सकता है? जानने के लिए हमने बात की साइकाइट्रिस्ट कार्तिक राव से.
मेनिया या ख़ुशी का फेज़
इस फेज़ में व्यक्ति ख़ुद को आत्मविश्वास से भरा पाता है. व्यक्ति में अगर निम्न लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
बाइपोलर डिसऑर्डर में दो तरह की स्थिति होती है. एक उदासी और दूसरा प्रसन्नता. उदासी होने पर व्यक्ति इतना ज़्यादा डिप्रेस हो जाता है कि आत्महत्या जैसी ख़तरनाक कोशिश भी कर बैठता है. ख़ुशी के फेज़ में व्यक्ति बहुत ज़्यादा आत्मविश्वाश से भर जाता है और वो कुछ भी करने का माद्दा रखता है. दोनों ही स्थिति में व्यक्ति अपने आपे में नहीं रहता. इसका असर कई हफ़्ते, महीने या फिर सालों तक बना रहता है.
डिप्रेशन का फेज़
बाइपोलर डिसऑर्डर का दूसरा फेज़ डिप्रेशन को होता है. इसमें पीड़ित व्यक्ति हमेशा दुखी और निराश रहता है. व्यक्ति में अगर निम्न लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
क्या है कारण?
इस बीमारी का कोई एक कारण नहीं है. कभी ये जेनेटिक तो कभी न्यूरोट्रांसमीटर इम्बैलेंस, एबनॉर्मल थायरॉयड फंक्शन, हाई लेवल ऑफ स्ट्रेस आदि के कारण होता है.
कैसे करें ट्रीटमेंट?
बाइपोलर डिसऑर्डर पूरी तरह से क्यूरेबल है. मनोचिकित्सक की मदद से पीड़ित व्यक्ति फिर से पहले जैसा हो सकता है. कैसे करें इलाज? आइए, जानते हैं.
मिथक
बहुत से लोगों का मानना है कि बाइपोलर डिसऑर्डर से ग्रसित व्यक्ति नॉर्मल लाइफ नहीं जी सकता. जबकि ऐसा कुछ नहीं है. विशेषज्ञों के अनुसार इस बीमारी से ग्रसित लोग पूरी तरह से नॉर्मल और फैमिली लाइफ एंजॉय करते हैं. ऑफिस से लेकर घर तक की सभी ज़िम्मेदारियों को वो बख़ूबी निभाते हैं. इन्हें देखकर अंदाज़ा लगाना मुश्किल होता है कि ये किसी तरह की बामारी से पीड़ित हैं.
100 में से एक को होता है. आमतौर पर इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति की उम्र 20 वर्ष से अधिक होती है, लेकिन कई मामले ऐसे भी हैं, जिसमें 14 साल के बाद के बच्चे भी इससे ग्रसित हुए हैं.
रेटिंगः *** अक्षय कुमार और टाइगर श्राफ की फिल्म बड़े मियां छोटे मियां को लेकर…
अभिनेते महेश कोठारे यांच्या संकल्पनेतून तयार झालेला 'झपाटलेला' हा चित्रपट तुफान हिट ठरला होता. आता…
अंकिता लोखंडे और विक्की जैन ने बिग बॉस 17 में अपने झगड़े और विवादों के…
कुठे कुठला उमेदवार हवा होता-नको होता, या वादात आपण सर्वसामान्य माणसांनी अडकायला नको. महाराष्ट्रात या…
सलमान खान (Salman khan) और उनके पापा सलीम खान (Salim Khan) की दरियादिली के कई…
अभिनेता संकर्षण कऱ्हाडे सोशल मीडियावर खूप सक्रिय असतो. नुकताच त्याने त्याला साताऱ्याला आलेला त्याच्या खास…