भारत में पितृपक्ष का बड़ा महत्व है. हमारे देश में पूर्णिमा से अमावस्या तक 15 तिथियां पितरों के निमित श्राद्ध कर्म के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती हैं. इस दौरान सभी लोग अपने पितरों का स्मरण करते हुए श्राध्द कर्म करते हैं. जो पूर्वज हमें छोड़कर चले गए हैं, उनका आभार प्रकट करने के लिए और उनकी आत्मा की तृप्ति के लिए पितृपक्ष के दौरान उन्हें तर्पण दिया जाता है. ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष में यमराज इन्हें कुछ समय के लिए मुक्त कर देते हैं, ताकि ये धरती पर जाकर अपने वंशजों से तर्पण ग्रहण कर सकें. पितृपक्ष शुरू हो गया है इसलिए पितृपक्ष से जुड़ी कुछ ज़रूरी बातें हम सभी को मालूम होनी चाहिए.
पितृपक्ष से जुड़ी कुछ ज़रूरी बातें
श्राद्ध ख़त्म होते ही शुरू होंगे नवरात्र
पितृ पक्ष के समापन के अगले दिन ही नवरात्र शुरू हो जाते हैं. इस साल दशहरा 15 अक्टूबर और दीपावली 4 नंवबर को मनाई जाएगी.
यह भी पढ़ें: 35 छोटी-छोटी बातें, जो रिश्तों में लाएंगी बड़ा बदलाव (35 Secrets To Successful And Happy Relationship)
लवबर्डस बिपाशा बसु और करण सिंह ग्रोवर की शादीशुदा जिंदगी को 8 साल बीत गए…
आरती सिंह की शादी की जितनी चर्चा थी, उतनी ही चर्चा इस बात की भी…
बुकींगचा विक्रम नोंदविला आहे. या चित्रपटाच्या तिकिटांचे आणि शोंचे हे आरक्षण ‘बुक माय शो’वर आरक्षण…
दुबईहून मुंबईत परतलेल्या राखी सावंतने पंतप्रधान नरेंद्र मोदींना आता एक आवाहन केलं आहे. ती म्हणाली…
गरजू लोकांचा कैवारी बनलेल्या अभिनेता सोनू सूदने ट्विट करून आपले व्हॉट्सॲप खाते बंद करण्यात आल्याचे…
समंथाने पॅन इंडिया चित्रपटांमध्ये आपले पंख पसरवण्यास सुरुवात केली आहे. समांथा तिच्या अभिनयासोबतच तिच्या फॅशन…