एक-दूसरे की हथेलियों को थामे जब वो मॉल, रेस्तरां, स्टोर्स या सड़कों पर चहलकदमी करते हैं, तो सभी उन्हें परफेक्ट…
काले सघन बरसते बादलों के बीच मचलती हुई दामिनी के साथ शिव ने उनकी कलाइयों को क्या थामा, उनके भीतर…
ऊंची-नीची चट्टानों पर उगे जंगलों के बीच बने आलीशान महलों को निहारते समय शिव हमेशा जया की कलाइयों को थामे…
झील के किनारे कतारों में बने घरों की सुंदरता को अपलक निहारते हुए वो अपनी धुन में आगे बढ़ती जा…