दीवारों की रौनक़ लौट आई थी, घर के हर कोने में एक उजास-सा फैला प्रतीत होता था. नए साल का…
“आज आप रिश्ते को बिल्कुल ही अलग तरह से परिभाषित कर रही हो. मुझे लगता है कि पापा भी तो…
“मेरे सारे फ्रेंड्स के घर कितने सुंदर लगते हैं, मुझे तो उन्हें घर पर बुलाने में भी शर्म आती है.…