आमतौर पर गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन से ब्लीडिंग अनियमित हो जाती है और इसे नियमित होने में कम-से-कम तीन महीने का समय लगता है. इस दौरान आपको ब्रेस्ट में भारीपन महसूस होना, चक्कर आना और सिरदर्द जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं. अगर तीन महीने बाद भी ये लक्षण दिखाई दें, तो अपनी गायनाकोलॉजिस्ट से संपर्क करें.
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आजकल बहुत-सी महिलाएं अपनी टीनएज बेटियों को गायनाकोलॉजिस्ट के पास लेकर आती हैं, ताकि वो उन्हें प्यूबर्टी के दौरान होनेवाले
हार्मोनल बदलावों, मेंस्ट्रुअल प्रॉब्लम्स, फैमिली प्लानिंग, सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसीज़ेस आदि के बारे में समझा सकें. गायनाकोलॉजिस्ट को मिलना, न मिलना आपका व्यक्तिगत मामला है, लेकिन अगर आपकी बेटी को कोई मेंस्ट्रुअल या फीमेल प्रॉब्लम नहीं है, तो उसे डॉक्टर के पास ले जाने की ज़रूरत नहीं. ज़्यादातर जागरूक मांएं किसी समस्या के आने से पहले उसके बारे में बेटी को आगाह करना सही समझती हैं. वैसे देखा जाए, तो अपनी सेहत के प्रति जागरूक रहना अच्छी बात है.
डॉ. राजश्री कुमार
स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ
rajshree.gynoncology@gmail.com
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