तुम किसी और को चाहते रहो और मैं इसे अपना भाग्य, असल में दुर्भाग्य मानकर चुपचाप स्वीकार कर लूं, यह…
नागपुर आकर मैंने निश्चय किया कि मैं मंदिरा को पूरी तरह से दिल से निकाल दूंगा. मेरा बीता कल अब…
मुझमें इतना साहस नहीं था अपनों से लड़ने का. अपनी इच्छाओं का दमन करना ही एक मात्र राह बची थी.…