नारी को वस्त्रों और अपने संस्कारों से नहीं, मानसिक दासता से मुक्ति चाहिए, अपनी बेचारगी से मुक्ति चाहिए. उसके बढ़े…
अतीत मुझ पर हावी होता जा रहा था. मेरी आंखों के आगे वह दृश्य साकार हो उठा जब तपती दोपहरी…
“तुम नारी मुक्ति आंदोलन की पक्षधर कब से हो गई?” “मतलब?” मैं चौंक गयी थी. “मतलब, तुम तो घर-परिवार को…