मुझे लगा जैसे व़क्त ठहर-सा गया है और हम वहीं रुके हुए हैं. आज भी जया अपने उसी सौंदर्य, उसी…
“मुझे ये पुरानी परंपराएं पसंद नहीं. ये सारी रस्में, रीति-रिवाज़ हम नारियों को ग़ुलाम बनाए रखने की साजिश थीं, पर…
सच कहूं, तो पहली मुलाक़ात में ही अच्छी लगी. सौंदर्य से बढ़कर बौद्धिक क्षमता से परिपूर्ण आत्मविश्वास से उसका व्यक्तित्व…