“कह देना उन लोगों को, उस समाज को कि मेरे दिव्यांश यहीं कहीं हैं. मेरे आस-पास. मेरी यादों में रचे…
“अब ये तेरा कौन-सा नया दर्शन है दीपा.” प्रेरणा ने मीठी झिड़की देते हुए कहा. “ना रे प्रेरणा, तू नहीं…
प्रेरणा उसके ट्रूज़ों में इतनी सारी बिंदियां देखकर बोली थी, “ओ हो! क्या पूरे मोहल्ले में बांटेगी या शहर के…