“… मैं तुझे रोते हुए नहीं देख सकता. दिल की दुनिया में कुछ भी सही-ग़लत, नैतिक-अनैतिक नहीं होता. मेरी ओर…
“मैं जानता था कि तुम बैंगलुरू आकाश के साथ के लिए जाना चाहती थी. देख नहीं रहा हूं कि जब…
निवेदन दिन-रात अपने प्यार का इज़हार करता रहता और वो उसे ऐसे डांट देती, “मेरा-तेरा मानसिक स्तर नहीं मिलता, अभिरुचि,…
दहलीज़ पर क़दम रखते ही गुलाबों की पंखुड़ियों की वर्षा के साथ जन्मदिन मुबारक का संगीत सुनाई दिया और एक…