कहानी- प्रतिध्वनि

कहानी- प्रतिध्वनि 5 (Story Series- Pratidhwani 5)

“जीवनभर अपने आपको, अपनी इच्छाओं को दबाते-दबाते वह ज्वालामुखी बन चुकी थी. इस ज्वालामुखी का बनना मुझे नहीं दिखाई दिया.…

March 9, 2018

कहानी- प्रतिध्वनि 4 (Story Series- Pratidhwani 4)

“ये आप क्या कह रहे हैं?” ''एक कड़वी हक़ीक़त बयान कर रहा हूं.” कुछ पल ठहरकर वे पुन: बोलने लगे.…

March 8, 2018

कहानी- प्रतिध्वनि 3 (Story Series- Pratidhwani 3)

“तूफ़ान बहुत भयंकर था, किंतु इतने दबे क़दमों से आया कि मैं जान ही नहीं सका... नौकरी में लगते ही…

March 7, 2018

कहानी- प्रतिध्वनि 2 (Story Series- Pratidhwani 2)

“पिछले कुछ दिनों से तुम्हें और तुम्हारी पत्नी को देख रहा हूं. तुम्हारे जीवन में अपने जीवन की प्रतिध्वनि सुन…

March 6, 2018

कहानी- प्रतिध्वनि 1 (Story Series- Pratidhwani 1)

“आपसे मिलकर प्रसन्नता हुई सर.” “तुम मुझे अंकल कह सकते हो.” “जी अंकल.” “मुझे तुमसे मिलकर ख़ुशी नहीं हुई... क्योंकि…

March 5, 2018
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