कहानी- मनवा लागे

कहानी- मनवा लागे 5 (Story Series- Manwa Laage 5)

“नहीं, ऐसा तो मैं सोच भी नहीं सकती. भगवान करे आप दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति करें. मां की जासूसी…

February 16, 2018

कहानी- मनवा लागे 4 (Story Series- Manwa Laage 4)

“यार शिव, मुझे बड़ी चिंता हो रही है. अब तो बता अचानक ऐसी क्या बात हो गई कि तुझे एकदम…

February 15, 2018

कहानी- मनवा लागे 3 (Story Series- Manwa Laage 3)

'मुझे प्लॉट ढूंढ़ने के लिए कहीं भटकना नहीं पड़ता. अपने दैनिक घटनाक्रम में, आसपास के लोगों में ही मुझे लिखने…

February 14, 2018

कहानी- मनवा लागे 2 (Story Series- Manwa Laage 2)

ऑफिस से लौटे मामाजी बच्चों को गरम-गरम जलेबी और कचौड़ी के लिए पुकार रहे थे. सारे बच्चे ताश की बाज़ी…

February 13, 2018

कहानी- मनवा लागे 1 (Story Series- Manwa Laage 1)

उपनाम रखना तो लेखकों का शग़ल होता है, लेकिन यह एस. कहीं शिव तो नहीं? एकाध पत्र-पत्रिका में फोटो भी…

February 12, 2018
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