नलिन मेरा पहला प्यार था, मेरा मार्गदर्शक, बंधू, सखा, सब कुछ. उसी से तो मैंने जीना सीखा था, स्वयं से…
उसे देखकर मुझे अपनेपन का एहसास होने लगा था. एक ऐसा साथी, जिसके साथ मैं अपने मन की हर बात…
चाची अपने दोनों बच्चों को ख़ूब लाड़-प्यार करतीं. बच्चे भी ज़िदकर उनसे अपनी बात मनवा लेते. तारा कभी अपनी सहेली…