‘’मैं धीरे-धीरे दूर होता गया और सबने मुझे सहजता से दूर होने दिया. किसी ने मुझे खींचकर अपनी चौकड़ी में…
नम्रता को याद आ रहा था कैसे बड़े पापा घर के सभी सदस्यों की ज़रूरतों का, उनकी सुविधाओं का ख़्याल…
“सुनिए, सुनिए... शुक्ला गैंग पूरी प्लानिंग कर चुका है. रस्म मसूरी के एक रिसॉर्ट में होगी. लड़केवाले भी वहीं आ…