mentality

बेटा नहीं, बेटी कहो

क्या मेरा शृंगार मेरी कमज़ोरी है? हाथों की चूड़ियां ज़ंजीर हैं जैसे कोई, पैरों की पायल बेड़ियां हो गईं शायद...…

July 27, 2016
© Merisaheli