ज़रीन खान ने जब साल 2010 में फ़िल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था, तो हर जगह ये बात सुर्खियाँ बन गई थीं क्योंकि उनकी तुलना कैटरीना कैफ़ से होने लगी थी. सभी कहते थे ये तो कैटरीना की हमशक्ल है. लेकिन जैसे-जैसे समय बीता तो बात ज़रीन के शरीर और वज़न पर आ गई. ज़रीन को मोटीरीना या फ़ैटरीना कहा जाने लगा. वर्ना सलमान खान जैसे सुपर स्टार के साथ लॉन्च होने के बाद और अपने काम के लिए सराहे जाने के बाद भी आख़िर क्यों ज़रीन खान को वो मुक़ाम नहीं मिल सका जिसकी वो हक़दार थीं.
ज़रीन ने एक वेब पोर्टल को दिए इंटरव्यू में अपना दर्द साझा किया, वो बोलीं- वीर में मुझे वज़न बढ़ाना था क्योंकि वो बीती सदी की कहानी पर आधारित थी और मुझे उस समय की रानी की भूमिका अदा करनी थी. लेकिन मेरे काम पर ध्यान देने की बजाय लोग मेरे शरीर और वज़न पर ध्यान देने लगे. मुझे ना तो अच्छे रोल्स ऑफ़र हुए ना ही किसी ने मेरे काम के बारे में कुछ ज़्यादा कहा और लिखा. यहां तक कि इवेंट्स में भी जाने पर मेरे बारे में कुछ अच्छा नहीं लिखा जाता था. बहुत नेगटिविटी फैलाई गई. मुझे फ़ैटरीना कहा जाता था.
इन बातों ने ज़ाहिर है मुझे प्रभावित किया और मैंने अपने शरीर पर काम करना शुरू किया. मेरा बॉडी स्ट्रक्चर वाइड है और मैं अपनी बोंस को कट ऑफ़ नहीं कर सकती. लेकिन 40 किलो वज़न कम करने के बाद भी लोग सिर्फ़ बुरी बातें ही लिखते थे. मैं मानसिक रूप से काफ़ी परेशान थी, लेकिन फिर मैं समझ गई कि ये फ़ितरत है जो नहीं बदलेगी, मैं चाहे खुद को कितना ही टॉर्चर कर लूं, कितनी ही एक्सरसाइज़ कर लूं, लोग वहीं के वहीं अटके रहेंगे. यही बात मेरा संबल बनी और मैंने खुद को टूटने नहीं दिया. मैंने यही सोचा कि क्यों किसी के कहने पर मैं अपनी तुलना किसी और से करूं.
दरअसल यहां कोई आपको आपका टैलेंट दिखाने का मौक़ा ही नहीं देना चाहता, ये एक ख़तरनाक सर्कल है. लोग आपको जज करने लगते हैं और फिर एक ही तरह के रोल्स मिलने लगते हैं.
उस वक़्त मीडिया ने ही मेरी ऐसी छवि बना डाली कि मैं कैट की हमशकल हूं और इसी तुलना ने मेरा करियर ख़राब कर दिया. मैं आज तक उस छवि से बाहर नहीं आ पाई. किसी की हमशकल होना भला कौन पसंद करेगा लेकिन लोग ऐसे हैं कि जो उन्हें बताया जाता है उसी पर भरोसा करने लगते हैं और उस वक़्त ना तो मुझे मीडिया से इतना बात करने का मौक़ा मिला था और ना ही सोशल मीडिया इतना आगे था कि मैं ये छवि तोड़ पाती, बस लोग मुझे दूसरी कैटरीना समझकर अपनी अपेक्षाएं करने लगे और मुझे गंभीर रोल मिले ही नहीं.
मैं नहीं जानती मेरी तुलना कैटरीना से कब और कहां से शुरू हुई लेकिन इस बात ने मुझे सुर्खियों में ला दिया पर मुझे ये तुलना पसंद नहीं, मेरे लिए ये नुक़सान दायक ही साबित हुई. मुझे काफ़ी समय तक काम भी नहीं मिला और जो मिला उसके लिए भी काफ़ी संघर्ष करना पड़ा. लेकिन मैं मानसिक रूप आस मज़बूत हूं और इसीलिए मैंने अपनी आलोचनाओं को खुद पर हावी नहीं होने दिया.
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