स्कूल में जब तुम मुझे क्लास बंक करते देख मुझे हक़ से डांटते, तो मुझे तुम्हारी डांट बहुत अच्छी लगती.…
तुम्हारा चाहत कहूं या फिर इसे तुम्हारे भी दिल में उठे प्यार का एहसास कि तुमने भी कभी मेरे इस…
"प्रिया, इन्हें देखा तुमने?""हां, पिछले ४-५ रोज़ से देख रही थी, कली आज खिल गई, कितने सुंदर है ना ये…
कमरे में केसरिया किरणों के शुभागमन से पता चला कि रात बीत चुकी है. रातभर की जगी सुर्ख लाल आंखों…
लकी राजीव मालिनी ने बिना झिझके कहा, “आप उस दिन अपनी फैंटेसी बता रहे थे ना. यही सब तो था…
जाने कितनी बिजलियां दौड़ गईं शरीर में एक साथ. उसने मेरे गाल ही नहीं छुए, मेरे वजूद को छू दिया…
उन्हीं दिनों एक बार मैंने आटोग्राफ बुक खोल कर उनके सामने रखी. वे उस खाली पृष्ठ को देखते रहे, "यह…
मुझे लगा जैसे शिवांगी ने अपनी बंबई वाली बात फिर याद करवाई है. रात के खाने के बाद मैंने नरेन…
रोहित ने उसे भी कई बार कई तरह से इशारों-इशारों में निमंत्रण दिया था. रोहित मज़ाक में नीलोफर को कहता,…
उस संदेश में कोई ख़ास बात तो नहीं थी, पर पता नहीं क्यों सुमन के सुखे मुरझाए होंठों पर एक…