मेरे पति की उम्र 33 साल है, पर हाल ही में हमें पता चला कि उन्हें नॉन हॉकिंग्स लिंफोमा नामक कैंसर है, जिसके लिए उन्हें कीमोथेरेपी (chemotherapy) करानी पड़ेगी. हमारा एक ही बच्चा है, इसलिए डॉक्टर ने पति के स्पर्म और फर्टिलाइज़्ड एग फ्रीज़ करके रखने की सलाह दी है. हम बहुत दुविधा में हैं, क्या करें? क्या कीमोथेरेपी से पति इंफर्टाइल हो जाएंगे?
– सलोनी बांदेकर, नागपुर.
नॉन हॉकिंग्स लिंफोमा के मामलों में कीमोथेरेपी काफ़ी असरदार साबित होती है. पहले हम कपल्स को ऐसी सलाह नहीं दे सकते थे, पर एडवांस होती टेक्नोलॉजी ने यह मुमकिन कर दिया है कि कीमोथेरेपी के बाद भी आप पैरेंट बन सकते हैं. आपको यह समझना होगा कि कैंसर में कैंसरस सेल्स बड़ी तेज़ी से बढ़ते हैं और कीमोथेरेपी का काम इन तेज़ी से बढ़नेवाले सेल्स को ख़त्म करना ही है. इस प्रक्रिया में हेल्दी सेल्स को भी नुक़सान पहुंचता है, जिससे डायरिया, गले में ख़राश, बालों का झड़ना और इंफर्टिलिटी जैसे साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिलते हैं. कीमोथेरेपी स्पर्म को भी नुक़सान पहुंचाती है, इसीलिए आपके डॉक्टर ने ऐसी सलाह दी है.
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मैं 17 साल की कॉलेज स्टूडेंट हूं. 13 साल की उम्र में मेरे पीरियड्स शुरू हो गए थे, पर कभी नियमित रूप से पीरियड्स आए नहीं. पिछले दो साल में स़िर्फ दो बार पीरियड्स आए हैं. डॉक्टर का कहना है कि इस उम्र में ऐसा होना सामान्य है, पर मेरी सभी सहेलियों के पीरियड्स नियमित हैं, इसलिए मुझे चिंता हो रही है. कृपया, मार्गदर्शन करें.
– रूपल मेहता, सूरत.
आमतौर पर पीरियड्स शुरू होने के दो साल तक अनियमित रहते हैं. कभी-कभार तो डेढ़ या दो महीने बाद पीरियड्स आते हैं, पर ज़्यादातर मामलों में 2 साल के बाद पीरियड्स नियमित हो जाते हैं, जबकि आपके मामले में ऐसा नहीं हुआ. आपको डरने की ज़रूरत नहीं. डॉक्टर से मिलकर आपको जनरल चेकअप के साथ-साथ कुछ ब्लड टेस्ट्स कराने होंगे, ताकि किसी भी तरह के हार्मोनल इश्यूज़ के बारे में पता चल सके. हो सकता है, इसका कारण थायरॉइड या पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिसीज़ हो, पर आप घबराएं नहीं, क्योंकि हर महिला का शरीर अलग होता है, इसलिए तुलना न करें, बल्कि डॉक्टर से मिलें.
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– एक कप पानी में अदरक का छोटा टुकड़ा उबालें. स्वाद के लिए इसमें शक्कर या शहद मिला लें. इसे दिन में तीन बार, खाने के बाद लें.
– पीरियड्स अनियमित हो गए हों, तो रोज़ रात को एक कप दूध में आधा टीस्पून दालचीनी पाउडर मिला लें या फिर पुदीने की पत्तियों को सुखाकर पाउडर बना लें और 1-1 टीस्पून शहद और पुदीना मिलाकर दिन में तीन बार लें.
– एक ग्लास पानी में 2 टीस्पून सौंफ रातभर भिगोकर रखें. सुबह छानकर पी लें.
– तिल में गुड़ मिलाकर पीस लें. इस मिश्रण को रोज़ाना खाली पेट 1 टीस्पून लें.
– गुड़ पीरियड्स को नियमित करने में मदद करता है, इसलिए इसे ऐसे भी खा सकते हैं.
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