Categories: Uncategorized

लघुकथा- कांपते पत्ते (Short Story- Kanpate Patte)

“जब कोई चीज़ मुझे पसन्द आ जाती है, तो उसे हासिल करने का एक जूनून सवार हो जाता है मुझ पर और मैं उसे किसी भी क़ीमत पर हासिल करके ही दम लेता हूं. लेकिन बहुत जल्दी मैं अपनी ही पसन्द से चिढ़ कर ऊब भी जाता हूं और फिर उस चीज़ को अपने से दूर कर देता हूं.”

“सुनो शैली ये शर्ट कामवाली बाई को दे देना.” ऋषित ने आलमारी में से तह किया हुआ शर्ट निकालकर शैली को पकड़ा दिया.
“लेकिन क्यों? यह तो बिलकुल नया का नया है.” शैली ने आश्चर्य से पूछा.
“अरे पहन लिया बहुत, बस अब नहीं पहनूंगा. इसे आज ही बाई को दे देना.” ऋषित आलमारी में से दूसरा शर्ट निकालकर पहनते हुए बोला.
“अभी छह महीने भी नहीं हुए हैं, तुमने कितने चाव से ख़रीदा था इसे. कितना पसन्द आया था ये शर्ट तुम्हे. तुम्हारे नाप का नहीं था, तो तुमने पूरा स्टोर और गोदाम ढुंढ़वा लिया था, लेकिन इसे ख़रीदकर ही माने थे. अब चार-छह बार पहनकर ही इसे दे देने की बात कर रहे हो.” शैली ऋषित की बात जैसे समझ ही नहीं पा रही थी. कोई कैसे इतने जतन और चाव से ख़रीदी अपनी पसन्द की चीज़ किसी को दे सकता है, वो भी बिल्कुल नई की नई.


यह भी पढ़ें: लिव इन रिलेशनशिप- रिश्तों की नई परिभाषा. (Live In Relationship- New Definition Of Relationships)

“अरे, तो इसमें इतना आश्चर्य क्यों हो रहा है तुम्हे. तब पसन्द आई थी तो ले ली. मैं तो ऐसा ही हूं डियर.” ऋषित शैली के कन्धों पर अपने हाथ रखकर बोला, “जब कोई चीज़ मुझे पसन्द आ जाती है, तो उसे हासिल करने का एक जूनून सवार हो जाता है मुझ पर और मैं उसे किसी भी क़ीमत पर हासिल करके ही दम लेता हूं. लेकिन बहुत जल्दी मैं अपनी ही पसन्द से चिढ़ कर ऊब भी जाता हूं और फिर उस चीज़ को अपने से दूर कर देता हूं.”
और ऋषित शैली के गाल थपथपाता हुआ अपना लंच बॉक्स उठाकर ऑफिस चला गया.
शर्ट हाथ में पकड़े शैली कांपते पत्ते-सी थरथराती खड़ी रह गई. कहीं ऐसा तो नहीं वह भी ऋषित का बस जूनून ही है, प्यार नहीं. वह ऋषित के अंधे मोह में बंधी अपना घर-परिवार, पति, सब कुछ छोड़ने की ग़लती तो कर बैठी और उसके साथ लिव इन रिलेशन में रह रही है. कल को क्या ऋषित उसे भी इस शर्ट की तरह..?

डॉ. विनीता राहुरीकर


यह भी पढ़ें: 65+ टिप्स: रिश्ता टूटने की नौबत आने से पहले करें उसे रिफ्रेश… (Love And Romance: 65+ Simple Tips To Refresh Your Relationship)

अधिक कहानियां/शॉर्ट स्टोरीज़ के लिए यहां क्लिक करें – SHORT STORIES

Photo Courtesy: Freepik

Usha Gupta

Share
Published by
Usha Gupta

Recent Posts

कहानी- पराजय (Short Story- Parajay)

तब वह अपने पति के भटके कदमों को‌ बांधने में सफल हुई थी. पर उसके…

July 10, 2025

बधाई हो: राजकुमार राव-पत्रलेखा ने दी पैरेंट्स बनने की ख़ुशख़बरी (Congratulations: Rajkumar Rao-Patralekha gave the good news of becoming parents)

राजकुमार राव ऐसे अभिनेता हैं, जो हर भूमिका को बख़ूबी निभाते हैं, फिर चाहे अभिनेता…

July 9, 2025
© Merisaheli