तभी पीछे से धम्म से शीना उसी अंदाज़ में बैठते हुए पूरे अधिकार से बोली, "चलो...” चौंककर चश्मा उतारकर सरस…
"मैंने तो बहुत मना किया था, पर मम्मी-पापा...” उसने बात अधूरी छोड़ दी. सरस को लगा उसकी मजबूरी है शादी…
"मैडम, मैं सरस हूं. आपका नीलेश नहीं. और मैं रुहानी से मिलने आया था, पर रुहानी कहां रह गई.” "लगता…
"जल्दी चलो यहां से...” सुनकर सरस ने बिना आव-ताव देखे मोटरसाइकिल मसूरी की तरफ़ दौड़ा दी. मसूरी रोड़ पर वे…
"मोटरसाइकिल पंचर कर दो जी इसकी...” सुमिता बोली, "न रहेगा बांस... न बजेगी बांसुरी, हमेशा बाहर जाने की फिराक में…