अस्थाई रूप से उपजे मन-मुटाव को बेटियों से साझा करने की बजाय मन में रखना बेहतर था. भाई-बहन बचपन में…
क्यों बेटियों को अंदेशा हुआ कि आभा विवेक के राजपूत न होने पर मुंह बनाएगी, जबकि सच यह था कि…
“दुश्मन नहीं होगी ये जानती हूं, पर तुम नहीं जानती कि ऐसी बातों का प्रभाव बच्चों पर अच्छा नहीं पड़ता…