पर वह न रोई, न चिल्लाई, न ही अपना दोष स्वीकारा, न क्षमा मांगी. अपने कमरे में आकर दरवाज़ा…
‘‘यूं चोरी-चोरी दूसरे के जीवन में नहीं झांकते." आनायास ही उसके मुंह से निकल गया. ‘‘जी नहीं... मैं तो आमने-सामने…
प्रेम की सनातन चाह सब को होती है. उसे भी थी, पर कच्चे धागेवाला प्यार भी उतना ही स्वार्थी निकला,…
अपने पति के संग इस तरह के रिश्ते की त्रासदी को झेलते-झेलते वह बुरी तरह थक गई थी. मायके जाती,…
तभी पेड़-पौधौं का मुआयना करते समय उसकी नज़र पिंक गुलाबों वाले गमले पर गई, जिसमें खिले दोनों फूल गायब थे.…