चार दिन बाद मैं पगलाया सा सौम्या के घर के बाहर खड़ा हुआ डोरबैल बजाने की हिम्मत जुटा रहा था.…
“बड़ी अजीब बात है, आप उस भगवान पर विश्वास कर सकते हैं, जिसे आपने कभी नहीं देखा, मगर अपने पैरेंट्स…
आख़िरकार उसने बड़े जतन से हवा में उड़ते दुपट्टे को अपनी बांह में लपेट लिया, मगर बाल अभी भी कभी…
“भाईजान तबीयत लालपन से नहीं, बल्कि अकेलेपन से ख़राब हो रही है आपकी... अगर आज कोई ख़ूबसूरत वैलेनटनिया साथ होती,…