मुझे याद है मैंने आख़िरी बार आनंद को फोन किया था, मैंने एक ही विनती की थी, बचपन का खेल…
कंप्यूटर हमेशा से ही मेरे लिए जी का जंजाल रहा है. बात उन दिनों की है जब इंटरनेट नया-नया आया…
“तुम सूखे पत्तों की तरह हो शिल्पी और मैं एक बेजान ठूंठ की तरह! नहीं संभाल पाऊंगा मैं तुम्हें... शायद…
मैं तो सच में मदहोश हो गई. गाने के हर लफ़्ज़ के साथ जैसे एक डोर वास्तव में मन को…
शादी के हवन में तुम्हारी बेवफ़ाई को स्वाहा करके एक नए हमसफ़र के साथ नई दुनिया बसा ली. लेकिन उस…
तुम मेरे जीवन में न होकर भी हमेशा मेरी स्मृतियों में रहे. मैं तुम्हें भूला नहीं पाई या ये कहूं…
स्कूल में जब तुम मुझे क्लास बंक करते देख मुझे हक़ से डांटते, तो मुझे तुम्हारी डांट बहुत अच्छी लगती.…
प्रेम सृष्टि की अनोखी अनुभूति है, जिसके एहसास धमनियों में प्रवाहित होते रहते हैं. कुछ एहसास तो इतने गहरे होते…
हल्की सी बूंदाबांदी शुरू हो गई. वह बूंदों की सरगम पर फिर गुनगुनाने लगी. उसका आसमानी दुपट्टा हवा से लहरा…
सौम्य, सुसंस्कृत लडका रिया को पहली नज़र में ही भा गया. जब दोनो एक ही स्टेशन पर उतरे और एक…
तुम बाजू पर लिखने लगी थी, तो मैंने कहा, “यहां नहीं, ऊपर दिल पर…” ये सुनते ही पहली बार तुम्हारी…
गर्मी की छुट्टियों में मैं मायके गई थी. वहां बाज़ार में अचानक मेरी मुलाक़ात मेरी पुरानी सहेली रिया से हो…