कोई भी रिश्ता हो, वो कुछ न कुछ चाहता है, कुछ वादे, कुछ सपने, कुछ शर्तें, तो कुछ सामंजस्य व…
आज जिस तेज़ी से हमारे देश में तलाक़ के मामले बढ़ रहे हैं, भविष्य में स्थिति बेहद गंभीर हो सकती…