राजा कृष्णदेव राय के विजयनगर में हर साल वार्षिक उत्सव बहुत ही धूमधाम से बनाया जाता था. इस दौरान आसपास…
एक बार महाराज कृष्णदेव राय के दरबार में नीलकेतु नाम का एक व्यक्ति आया. नीलकेतु काफी दुबला पतला सा था.…
राजा कृष्णदेव राय (king Krishna dev rai) के दरबार में थट्टाचारी राजगुरु थे. पर वो तेनालीराम (Tenali Rama) से बहुत…
एक बार वित्तीय समस्या में फंसकर तेनालीराम ने राजा कृष्णदेव राय से कुछ रुपए उधार लिए थे. वक़्त बीतता गया…