Geet / Gazal

कविता- मेरा अब जी नहीं लगता… (Poetry- Mera Ab Jee Nahi Lagta…)

हज़ारों जतन करती हूं मैं लाखों यतन करती हूं बहुत हंसती-हंसाती हूं मैं यूं ही मुस्कुराती हूं कभी सखियों के…

June 24, 2025

कविता- वह स्त्री (Poem- Woh Stri)

बड़ी ही ख़ूबसूरत लग रही थी वह स्त्री  उसे देखते ही मेरी नज़रें, उसके चेहरे पर थम गई अपलक मैं…

March 4, 2025

कविता- मन मंथन (Poetry- Mann Manthan)

मन को जो इतना मथा है हृदय में तेरे कितनी व्यथा है अब खोल दे बांहें यूं भर ना तू…

February 27, 2025

मकर संक्रांति पर दोहे… (Makar Sankranti Par Dohe…)

पृथ्वी घूमे धुरी पर, बदले दिन सँग रात।चक्कर काटे सूर्य के, शीत उष्ण बरसात। घेरे पृथ्वी को सदा, रेखाएँ हैं…

January 14, 2025

कविता- नया साल और यादें… (Poetry- Naya Saal Aur Yaadein…).

काश मैं दे पातातुम्हें वो उपहारजो अनेक बार देने के लिए सोचता रहाऔर न दे सकासंकोच के कारणकि तुम्हारे पास…

December 30, 2024

कविता- वीर नारी (Poem- Veer Nari)

बचपन का सपना अचानक सच हो जाता हैजब मुझे दूल्हे के रूप मेंएक दिन सुपर हीरो मिल जाता हैअपने प्यार…

December 21, 2024

कुंडलिया छंद में शीत ऋतु… (Kundaliya Chhand Mein Sheet Ritu…)

काँपें थर-थर तन सभी, मुख से निकले भाप।रगड़ें लोग हथेलियाँ, बढ़े तनिक सा ताप।बढ़े तनिक सा ताप, युक्ति सारी कर…

December 13, 2024

कविता- मेरी सेल्फी (Poetry- Meri Selfie)

दिनभर की किच-किचऔर काम की आपाधापी में भी अक्सरसैंकड़ों मेंएक सेल्फी क्लिक करके  मैं ख़ुद को सौंप देती हूंअदनी सी मुस्कुराहट…

December 6, 2024

काव्य- यक़ीनन हम प्रेम में हैं! (Poem- Yakinan Hum Prem Mein Hain!)

यहांकोई भी व्याकरण नहीं होतीबारिश के गिरने कीन हीकोयल की कूक का कोई रागहवाओं के बहने का कोई नियम नहीं…

November 29, 2024

कविता- अतीत (Poetry- Ateet)

अतीत की ओरकिवाड़मज़बूती से भेड़और विस्मृति की चादर ओढ़मैं तो लगभग सो ही चुकी थीओ भूली हुई यादोंतुमने क्योंफिर आकरमेरा…

November 26, 2024
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