क्यों देना चाहते हो उसके मासूम इंतज़ार को अपने प्यार की पीड़ा. तुम तो रह सकते नीलेश मेरे बिना. तुम्हें…
मुरली मनोहर श्रीवास्तव उन्हें याद आया ख़त भेजने से पहले वे इस काग़ज़ में गुलाब का फूल भी तो छुपा…
दीप्ति मित्तल “एक बात मुझे समझ आ गई है. भले ही रिश्ते दिल से बनते हों, मगर निभते दिमाग़ से…
मेरे बहुत कहने पर उसने कहा, "पता नहीं." और चाय बनाने चल दी. मैं शायद ख़ामोशी की भाषा समझने में…
मोनिका को लगने लगा था कि उदय उससे प्यार नहीं करता, सिर्फ़ अकेलेपन का डर उसे साथ रहने पर मजबूर…
मैं पेड़ से टिककर अधलेटा था, तभी पलाश का एक फूल अपनी शाख से टूटकर मेरे पैरों पर आ गिरा.…
मैं नहीं जानती कि प्रेम की वास्तविक परिभाषा क्या है। क्या यही प्रेम है? किसी शख़्स के जाने के बाद…
शाम को विनय को धिक्कारता हृदय रात में बिल्कुल बदल गया. जितना दूर वह विनय को भगाने का प्रयास करती,…
“हां ज्योति, मैं तुमसे पूछ रहा हूं कि क्या जीवन के सफ़र में मेरी साथी बनोगी? मैं अभी शादी करने…
“मैं वसंत की तरह तुम्हारे जीवन में रंग-बिरंगे फूल भले ही ना खिला पाऊं, लेकिन सावन बन कर थोड़ी हरियाली…
दैहिक स्तर से अलग था हमारा रिश्ता और ऐसे ही रहेगा. जिस शिद्दत से मैंने पहले उसे चाहा था, वैसे…
बड़ी मुश्किल से बेकाबू हुए दिल को संयत कर निशा ने शालीनता से दिनेश का अभिवादन किया. प्रथम परिचय के…