कंप्यूटर हमेशा से ही मेरे लिए जी का जंजाल रहा है. बात उन दिनों की है जब इंटरनेट नया-नया आया…
"प्रमेश उपहार में दी गई वस्तु में उपहार देने वाले का अपना अंश भी होता है, अपना व्यक्तित्व भी होता…
इसी गहराई को समझने के लिए मैंने आप दोनों को तीन महीने का समय दिया था. फिर भी आप लोगों…
"नीता मैडम से सीखिए कुछ, वे महिला हो कर अपनी ज़िम्मेदारियों से नहीं भागतीं और आप..." नीता ने एक कुटिल…
“तुम सूखे पत्तों की तरह हो शिल्पी और मैं एक बेजान ठूंठ की तरह! नहीं संभाल पाऊंगा मैं तुम्हें... शायद…
मैं तो सच में मदहोश हो गई. गाने के हर लफ़्ज़ के साथ जैसे एक डोर वास्तव में मन को…
“नायरा, ख़र्चे तो कभी ख़त्म नहीं होते. ख़र्चों का क्या है. एक आज ख़त्म हुआ तो दूसरा कल शुरू हो…
उसे भी ऐसा लगता था कि कविता अब उसके मन में नहीं है. फिर अजय के साथ उसका बहुत ही…
"आपको कब शादी करनी है? क्या आपको मैं अच्छी लगती हूं. मैं आपको दो साल से जानती हूं और आप…
अन्वी दो पल उसे देखती रही फिर बोली, "मेरी सुंदरता देखकर हर किसी के मन में यही इच्छा जाग जाती…